अलीगढ़: प्लास्टिक के डिब्बे पर बच्ची को बैठाकर पैदल चलने के लिए मजबूर हुए मां-बाप
मूल रूप से फर्रुखाबाद के रहने वाले रमेश ने बताया कि चार दिन हो गए हापुड़ से चलते हुए. हापुड़ में दूध के प्लांट में काम करते थे.
अजय कुमार/अलीगढ़: लॉकडाउन के बाद मजबूरी में प्रवासियों के पलायन की नई-नई तस्वीरें सामने आ रही हैं. कहीं, बैल की जगह इंसान बैलगाड़ी खींचता दिख रहा है, तो कहीं एक मां सूटकेस पर सोते हुए बच्चे को खींच रही है. वहीं, अब ऐसी ही एक तस्वीर उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ से सामने आई है. जिसमें मां-बाप अपनी बच्ची को प्लास्टिक के एक डिब्बे पर बैठाकर पैदल घर की ओर बढ़ते हुए नजर आ रहे हैं.
वीडियो में बच्ची के मां-बाप के साथ उनका एक परिचित भी दिखाई दे रहा है. जिसके साथ, बारी-बारी तीनों बच्ची को डब्बे पर बिठाकर ले जा रहे हैं जबकि छोटा बेटा पैदल चलता हुआ नजर आ रहा है.
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रास्ते में रोके जाने पर बच्ची के पिता रमेश ने बताया कि वे सब पैदल हापुड़ से फर्रुखाबाद के लिए निकले हैं. सरकार की ओर से घर जाने के लिए बसें इत्यादि सुविधाओं के सवाल पर रमेश ने बताया कि बस के लिए आवेदन किया था लेकिन नंबर नहीं आया, जिसके बाद पैदल ही घर के लिए निकल पड़े. रमेश ने बताया कि रास्ते में अगर कोई सवारी मिल जा रही है तो उस पर बैठ जाते हैं, वरना पैदल ही चलते चले जा रहे हैं.
मूल रूप से फर्रुखाबाद के रहने वाले रमेश ने बताया कि चार दिन हो गए हापुड़ से चलते हुए. हापुड़ में दूध के प्लांट में काम करते थे. दो बच्चे हैं जिसमें बेटे के नाम अमन और बेटी का नाम मुस्कान है. घर जाने की वजह पूछे जाने पर रमेश ने कहा कि परिवार के एक सदस्य की तबीयत खराब है, जिन्हें देखने के लिए जा रहे हैं.
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बच्चों की मां मेनका ने बताया कि हम कुछ दूर चलने के बाद थोड़ा आराम करते हैं और फिर आगे बढ़ते हैं. इसी तरह से पिछले तीन-चार दिनों से घर की ओर बढ़ रहे हैं. उन्होंने आरोप लगाया कि रास्ते में कोई इंतजाम नहीं है.