हरिद्वार: उत्तराखण्ड़ के पहाड़ी इलाकों में लगातार बर्फबारी हो रही है जिसके चलते उत्तराखण्ड़ के निचले इलाकों में भी ठंड का प्रकोप बढ़ता जा रहा है. हरिद्वार में इस समय कड़ाके की ठंड पड़ रही है, लेकिन हरिद्वार नगर निगम द्वारा अलाव की कोई व्यवस्था लोगों को नहीं पहुचायी गई. हर की पौड़ी समेत अन्य गंगा घाटों पर जगह- जगह लोग गन्दे कपड़े व कट्टों में आग लगाकर ठंड से राहत लेने की कोशिश रहे हैं. हालांकि जब इस बारे में नगर आयुक्त से सवाल किये गये तो नगर आयुक्त उदय सिंह राणा का कहना है कि, बढ़ती ठंड़ के चलते जिला प्रशासन द्वारा 100 कुंटल लकड़ियों की व्यवस्था की जा चुकी है. जगह जगह लोगों को ठंड से राहत पहुंचाने के लिए उन्हे अलाव की वयव्स्था दी जा रही है. 


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गौरतलब है, बढ़ती ठंड के कारण लोगों को काफी मुसिबतों का सामना करना पड़ रहा है. जहां एक तरफ बाजारों में सन्नाटा पसरा हुआ है तो दूसरी तरफ लोगों के लिए ठंड से बचने के लिए भी नगर निगम द्वारा कोई व्यवस्था नही की गई है. अपने आस-पास के कुड़े को जला कर ही लोग ठंड से बचने की कोशिश कर रहे हैं. ठंड के प्रकोप से बचने के लिए गंगा से कपड़े निकाल उन्हें जलाकर अपने शरीर को गर्म करने पर मजबूर स्थानीय लोग इन सबसे होने वाले प्रदूषण से अनभिग्य हैं. 


दूसरी तरफ बात अगर रैन बसेरे की करे, तो वहां भी कोई अलाव की खास सुविधा देखने को नही मिली है. यात्रियों की सुविधा के लिए जहां एक तरफ भारत स्काउड गाईड द्वारा गर्म कंबंल, रजाई व साफ सफाई का इंतजाम किया गया है तो वहीं नगर निगम की लापरवाही यहां भी देखने को मिली है. यहां ठहरने वाले यात्रियों के लिए कोई अलाव की व्यवस्था नही की गई है. रैन बसेरे के संचालक मनोज ठाकुर ने बताया कि, यहां आ रहे यात्रियों के लिए रजाई का इंतजाम तो किया गया है लेकिन नगर निगम को बार बार अलाव संबंध में सुचना दी जा चुकी है अब तक नगर निगम द्वारा कोई अलाव की व्यवस्था नही की गई है.