Haridwar Famous Places: 'हरिद्वार' नाम सुनते ही सभी के मन में एक छवि उभरती है, जहां मंदिर की घंटियों की गूंज और पुजारियों के मंत्र उच्चारण जिसे और भी अधिक आध्यात्मिकता में डुबो देते हों. हर छोटी दुकानों पर बजते 'जय गंगे' के भजन रोम-रोम को पुलकित कर देते हैं. भगवा वस्त्रों में पुजारियों की छवि वातावरण को और धार्मिक कर देती है. यहां कई मंदिर, आश्रम हैं, जहां देश-दुनिया से लोग शांति की अनुभूति करने आते हैं. अगर आप भी हरिद्वार जाने की प्लानिंग कर रहे हैं तो इन जगहों पर जरूर जाएं.
गंगा की पवित्र लहरों के घाट, जिसे हर की पौड़ी के नाम से जाना जाता है. यहां हर संध्या को आरती होती है, जो गंगा मैया को समर्पित है. पुजारियों द्वारा हाथ में लिए बड़ें-बड़े दीयों से इस पावन स्थान की आरती की जाती है. इसे देखकर ऐसा लगता है जैसे प्रकृति ने स्थल को अपनी रोशनी से जगमगा दिया हो. पानी में पड़ता दीयों का प्रतिबिंब टिमटिमाते सितारों की तरह मालूम पड़ता है.
नील पर्वत पर बसा ये मंदिर चंडी देवी को समर्पित है. ऊंचाई पर बसा ये मंदिर सिर्फ पूजा-पाठ का केंद्र नहीं है, बल्कि यात्रियों के बीच ट्रैकिंग के लिए भी लोकप्रिय है. खूबसूरत प्राकृतिक नजारे के साथ भक्ति का मेल अद्भुत है. हरिद्वार के पांच तीर्थ स्थलों में ये भी एक है, जहां भक्त अपनी मनोकामना पूरी करने की इच्छा लेकर आते है.
शिवालिक पर्वत श्रृंखला से गुजरता ये नेशनल पार्क अपने अनोखे वनस्पति और वन्यजीवों के लिए मशहूर है. प्रकृति और वन्य जीवन प्रेमियों के लिए ये जगह शानदार है. पेड़ों की सरसराती ठंडी हवा के बीच यहां-वहां छलांग लगाते पशु-पक्षी आपके ध्यान को अपनी ओर आकर्षित करेंगे. ये मुख्य तौर पर बाघ और हाथियों के वन्य जीवन के लिए लोकप्रिय हैं.
हरिद्वार का एक और लोकप्रिय मंदिर जो शिवालिक पहाड़ियों के बिल्वा पर्वत पर है. मनसा देवी को शक्ति का स्वरूप माना जाता है, जो भगवान शिव के मस्तिष्क की उपज है. मान्यता है कि मनसा देवी भक्तों की मनकामनाओं को पूर्ण करती हैं. जिसकी वजह से यहां साल भर श्रद्धालुओं की भीड़ लगी रहती है.
आप नाम से ही जान गए होंगे कि ये मंदिर भारत माता को समर्पित है. मंदिर में किसी धार्मिक भगवान की प्रतिमा नहीं है, बल्कि जमीन पर भारत का विशाल नक्शा है, जो भारत माता की मूर्ति को दर्शाता है. जिसने केसरिया वस्त्र धारण किए हुए हैं और उनके एक हाथ में किताब है, दूसरे में चावल का ढेर, एक माला व सफेद कपड़ा है. ये बहु-मंजिला इमारत सप्त सरोवर में स्थित है.
कश्मीर के वैष्णो देवी मंदिर के नक्शे कदमों पर चलता हुआ ये मंदिर भी उसी की छवि है. मंदिर ऊंचाई पर स्थित है इसलिए ये धार्मिक यात्रियों के साथ-साथ प्रकृति प्रेमियों के लिए भी उचित स्थान है. जहां से आपको सौंदर्य ही सौंदर्य देखने को मिलेगा. मंदिर में तीन प्रतिमाएं हैं- मां लक्ष्मी, मां काली और मां सरस्वती की, जिन्हें बेहद महीनता से उकेरा गया है. मंदिर अपनी वास्तुकला व गुफाओं के लिए चर्चित है.
ये भारत के सबसे बड़े योग व आयुर्वेद संस्थान की सूची में शामिल है. योग के खोजकर्ता-ऋषि पतंजली के नाम पर इस प्रौद्योगिकी संस्थान का नाम रखा गया है. अगर आप योग विद्या में रुचि रखते हैं तो आप यहां बिल्कुल जा सकते है. यात्री यहां आयुर्वेदिक जांच व दवाइयों के लिए आते हैं. यह संस्थान स्वास्थ्य, शिक्षा, सामाजिक व आर्थिक कार्यों में तत्पर रहता है.
हर की पौड़ी के समीप स्थित ये मनोरंजक पार्क बेहद आनंदमयी है. हरी घासों के लंबे लॉन व फूलों की बिछी चादर का सौंदर्य देखते ही बनता है. इसे त्रिकोण आकार में बनाया गया है, जहां स्वामी विवेकानंद की भव्य मूर्ति स्थापित है और भगवान शिव की प्रतिमा भी है जो दूर से ही दिखती है. यात्री यहां हर की पौड़ी का सुंदर नजारा देखने के लिए व पिकनिक मनाने के लिए भी आते हैं.
ये बाजार मुख्यतः रूद्राक्ष व आयुर्वेदिक दवाइयों की खरीद के लिए मशहूर है. ये लकड़ी से बनी वस्तुओं व हस्तशिल्प के लिए भी यात्रियों के बीच प्रचलित है. आपको यहां लजीज, स्वादिष्ट पेड़ा खाने को मिलेगा. धार्मिक आभूषण भी आप यहां आकर खरीद सकते हैं. आध्यात्मिकता में डूबे इस माहौल को विदेशी यात्री भी खूब पसंद करते हैं.
श्रद्धालुओं की भीड़, गंगा स्नान, ऐतिहासिकता, आध्यात्मिकता, पवित्रता इन्हीं सबका संगम है हरिद्वार का कुंभ मेला. गंगा मैया की जयकारों की गूंज व पावन धरती पर अपनी आस्था बिखेरते लोग यही है यहां का आकर्षित करने वाला माहौल. हर बारह साल बाद यहां करोड़ों लोगों का सैलाब उमड़ता है, जिसने सिर्फ भारत ही नहीं बल्कि पूरे विश्व को अपने रंगों में लीन किया हुआ है.
प्रख्यात आध्यात्मिक व्यक्तित्व मां आनंदमयी को समर्पित, आश्रम हरिद्वार में घूमने के लिए सबसे अच्छे स्थानों में से एक है. आध्यात्मिक प्रवास घाट से पैदल दूरी पर स्थित है और रेलवे स्टेशन से भी आसानी से पहुंचा जा सकता है. आश्रम परिसर में बहुत सारी इमारतें हैं, गायत्री यज्ञशाला, अति रुद्र यज्ञशाला, रुद्राक्ष वृक्ष और शंकराचार्य हॉल आश्रम परिसर की कुछ प्रमुख इमारतें हैं.
शांति कुंज हरिद्वार में घूमने के लिए सबसे अच्छी जगहों में से एक है. आश्रम एक आदर्श स्थान है जो जीवन में मूल्यों के बारे में शिक्षा देता है. आश्रम में जीवन जीने की कला सिखाने वाले कार्यक्रम वहां के प्रमुख आकर्षणों में से एक हैं. न केवल हिंदू बल्कि अन्य धर्मों के लोग जीवन के कई सत्यों के बारे में जानने के लिए आश्रम में आते हैं.
गऊ घाट ज्यादातर उन लोगों द्वारा दौरा किया जाता है, जो अपने प्रियजनों की सुरक्षा और भलाई चाहते हैं. गौ घाट एक दिन में हरिद्वार में घूमने के लिए सबसे अच्छी जगहों में से एक है. सुभाष घाट के आसपास स्थित, गऊ घाट को उस स्थान के रूप में भी जाना जाता है, जहां महात्मा गांधी, जवाहरलाल नेहरू और इंदिरा गांधी की राख विसर्जित की गई थी.
गौरी शंकर महादेव मंदिर हरिद्वार में घूमने के लिए सबसे अच्छी जगहों में से एक है. ये मंदिर भगवान शिव को समर्पित है. मंदिर के बगल से गंगा बहती है और विशाल हिमालय की पृष्ठभूमि इसे और भी सुंदर बनाती है. हिमालय की पृष्ठभूमि और मंदिर की सुंदर सेटिंग एक जादुई आभा पैदा करती है.
फन वैली वॉटर पार्क काफी फेमस है. ये स्थान लगभग 21 रोमांचकारी जल सवारी और रोलर कोस्टर का घर है, जो इस स्थान को देखने लायक बनाता है. इसके साथ-साथ एक्वा डांसिंग, डीजे और साहसिक गतिविधियों की एक विस्तृत श्रृंखला भी है, जो निश्चित रूप से उत्साह बढ़ाने वाली है.
ये स्थान भी हैं खास हरिद्वार में विष्णु घाट, बिरला घाट, कुशावर्त घाट, बिल्केश्वर महादेव मंदिर, माया देवी मंदिर, दूधाधारी बर्फानी मंदिर, भूमा निकेतन मंदिर, सुरेश्वरी देवी मंदिर, अदभुत मंदिर, दक्ष प्रजापति मंदिर, पावन धाम देखने लायक हैं. इसके अलावा नील धारा पक्षी विहार, भीमागोड़ा टैंक, परमार्थ निकेतन आश्रम, शिवानंद आश्रम भी काफी फेमस हैं.