वैदिक शास्त्रों के अनुसार सभी ग्रहों का प्रभाव व्यक्ति के जीवन पर जरूर पड़ता है. ग्रहों के प्रभाव के कारण ही व्यक्ति के जीवन में सुख और परेशानियां दोनों ही आती हैं.
ज्योतिष शास्त्र कई माने, तो हर एक ग्रह व्यक्ति की कुंडली में शुभ और अशुभ दोनों ही भावों में विराजमान होते हैं. ग्रहों के शुभ-अशुभ चाल का प्रभाव व्यक्ति के जीवन पर पड़ता है
ज्योतिष में शनि ग्रह का महत्वपूर्ण महत्व होता है. यदि किसी व्यक्ति के जीवन में शनि शुभ स्थान पर विराजमान है,तो व्यक्ति को राजा बना देता है.
अगर किसी व्यक्ति की कुंडली में शनिदोष या शनि अशुभ भाव में हैं, तो उस आदमी के जीवन में तमाम तरीके की परेशानियां आती हैं.
शनि का शुभ और अशुभ दोनों ही प्रभाव काफी लंबे समय तक रहता है. शनि एक राशि से दूसरी राशि में प्रवेश करने के लिए ढाई साल का समय लेते हैं.
शनिदेव साल 2025 तक कुंभ राशि में विराजमान रहेंगे. इसके बाद शनि मीन राशि अपनी यात्रा पर रहेंगे .
आपको बता दें कि शनि के कुंभ राशि में रहने से सिंह राशि के जातकों को भाग्य का अच्छा साथ मिलेगा.
शनिदेव का राशि परिवर्तन आपकी राशि के लिए बहुत ही अनुकूल सिद्ध हो रहा है. शनि आपकी राशि के 10वें भाव में गोचर हैं.
शनि लाभ वालों को शनि उनके जीवन में अपार सफलताएं दिलाने वाले हैं. साल 2025 तक आपको किसी भी चीज की कोई कमी महसूस नहीं होगी
तुला राशि के जातकों के लिए शनि का कुंभ राशि में होना साल 2025 तक फायदा दिलाने वाला रहेगा. शनिदेव का राशि परिवर्तन आपके पांचवे भाव में हुआ है और शनि चौथे भाव के स्वामी हैं
तुला राशि वालों के परिवार में सुख-शांति और जीवन में आगे की ओर अग्रसर होंगे. साल 2025 तक आपका कोई बड़ा सपना पूरा हो सकता है