Atal Bihari Vajpayee Death Anniversary: अटल बिहारी वाजपेयी की पुण्यतिथि आज, सभी को जाननी चाहिए ये 10 बातें
पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की आज पुण्यतिथि है. सीएम योगी आदित्यनाथ ने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को नमन किया है. अटल बिहारी वाजपेयी अक्सर संसद और चुनावी रैलियों में अपनी कविताओं से जनता तक बात पहुंचाया करते थे.
शादी नहीं की
25 दिसंबर, 1924 को जन्में अटल बिहारी वाजपेयी ने शादी नहीं की थी. जब उनसे इसका कारण पूछा गया तो उन्होंने कहा था कि मैं इतना व्यस्त रहता हूं कि भूल गया.
नॉनवेज के शौकीन
पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को नॉनवेज बहुत पसंद था. उनका सबसे पसंदीदा भोजना झींगा था. अक्सर खाने में वह यही पसंद करते थे.
ऐसे संसद पहुंचे
अटल बिहारी वाजपेयी एकलौते ऐसे नेता रहे, जिन्होंने यूपी, मध्य प्रदेश, नई दिल्ली और गुजरात से 6 लोकसभा क्षेत्रों में चुनाव जीता. ऐसा किसी और राजनेता ने नहीं कर पाया.
जेल भी गए
भारत छोड़ो आंदोलन में भाग लेने के कारण अटल बिहारी वाजपेयी को 23 दिनों तक जेल में रखा गया था. जेल से छूटने के बाद भी वह जनता की समस्याओं को लेकर मुखर थे.
सियासी करियर
अटल बिहारी वाजपेयी 47 वर्षों तक संसद के सदस्य रहे. दो बार राज्यसभा से तो 11 बार लोकसभा से संसद गए. यूपी-मध्य प्रदेश और गुजरात में भी चुनाव जीता.
स्ट्रोक का शिकार हुए
अटल बिहारी वाजपेयी को 2009 में स्ट्रोक आया था. इसके बाद उनकी आवाज और हाथों की गति बाधित हो गई थी. उनका लंबे समय तक इसका इलाज चला था. बाद में ठीक हो गए थे.
कविता पसंद थी
अटल जी का कविता के प्रति प्रेम बचपन से ही स्पष्ट था. उन्होंने पहली कविता 10वीं में पढ़ाई के दौरान ही लिख दी थी. जब भी संसद में या चुनावी रैली में उन्हें मौका मिलता था अपनी बात कविता के जरिए ही पहुंचा देते थे.
दो घटनाएं
साल 1999 के कारगिल युद्ध और 2001 में संसद पर हमले के दौरान केंद्र में उनकी ही सरकार थी. दोनों घटनाओं को लेकर विपक्ष ने जमकर सरकार पर हमला बोला था.
पोखरण परीक्षण
प्रधानमंत्री के रूप में उनके कार्यकाल के दौरान भारत ने राजस्थान के पोखरण में सफल परमाणु परीक्षण किया था. अटल बिहारी वाजपेयी सरकार के लिए ये बड़ी उपलब्धि में से एक है.
संयुक्त राष्ट्र महासभा में भाषण
अटल बिहारी वाजपेयी संयुक्त राष्ट्र महासभा में हिन्दी में भाषण देने वाले पहले भारतीय राजनेता थे. उनके बाद भारत में ऐसा कोई दूसरा नेता नहीं बना.