इस बार का राम विवाह इसलिए भी खास है क्योंकि रामलला के मंदिर निर्माण का भूमिपूजन हो चुका है और आराध्य श्रीराम के मंदिर बनने की प्रक्रिया भी जल्दी ही शुरू हो जाएगी.
रामनगरी अयोध्या की सड़कें श्रीराम की बारात से जगमग दिखीं. यहां कई मंदिरों में श्री राम के विवाह का आयोजन किया गया. सड़कों पर भगवान राम चारों भाइयों के साथ घोड़े और रथ पर सवार सीता जी के साथ उनकी तीनों बहनों से विवाह रचाने निकले.
इस अवसर पर अयोध्या आनंद में झूमती नजर आई. बारात में शामिल श्रद्धालु बाराती के रूप में ढोल नगाड़ों की थाप पर नाचते दिखे. खास हो या आम, महिला हो या पुरुष, बच्चे हो या बूढ़े सभी राम के बाराती बन आनंदित और सौभाग्यशाली महसूस कर रहे थे.
मंदिरों में अवधी मैथिली परंपरा से भगवान राम का विवाह किया गया. क्योंकि, अयोध्या की प्राचीन परंपरा अवधी है. वहीं जनकपुर में मैथिली परंपरा से विवाह होते हैं.
इस बार कोरोना संक्रमण की वजह से राम बारात में शामिल होने वाले श्रद्धालु सीमित रहे, लेकिन फिर भी देश के अलग-अलग हिस्सों से राम भक्त अपने भगवान के विवाह के दर्शन करने आए.
इस दौरान जिला प्रशासन ने अयोध्या में अतिरिक्त सुरक्षा के इंतजाम किए. इस बार का राम विवाह इसलिए भी खास है क्योंकि रामलला के मंदिर निर्माण का भूमिपूजन हो चुका है और आराध्य श्रीराम के मंदिर बनने की प्रक्रिया भी जल्दी ही शुरू हो जाएगी.
जब से रामलला के मंदिर के निर्माण को लेकर काम में तेजी आई है, तब से अयोध्या नगरी का एक-एक त्यौहार राम के रंग में डूबा हुआ नजर आता है.