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IAS बनना था तो ठुकराई आईपीएस जॉब, यूपी से ताल्लुक रखते हैं मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार

16 अगस्त यानी आज हरियाणा और जम्मू कश्मीर विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान चुनाव आयोग ने कर दिया. जम्मू कश्मीर में तीन चरणों में चुनाव होंगे जबकि हरियाणा में एक चरण में 1 अक्टूबर को मतदान होगा, नतीजों का ऐलान 4 अक्टूबर को किया जाएगा.

2022 में बने सीईसी

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2022 में बने सीईसी

राजीव कुमार 15 मई 2022 से भारत के मुख्य निर्वाचन आयुक्त की जिम्मेदारी संभाल रहे हैं और उनका यह कार्यकाल फरवरी 2025 में समाप्त होगा.

 

यूपी के रहने वाले

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यूपी के रहने वाले

चुनाव आयुक्त राजीव कुमार उत्तर प्रदेश के अमरोहा जिले के रहने वाले हैं. उनका जन्म हसनपुर कस्बे के मुहल्ला महल में अधिवक्ता विश्वेश्वर दयाल अग्रवाल के घर 19 फरवरी 1960 को हुआ. 

 

शुरुआती शिक्षा

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शुरुआती शिक्षा

राजीव कुमार की शुरुआती शिक्षा हसनपुर में ही हुई. उन्होंने वर्ष 1974 में हाईस्कूल व 1976 में इंटर की परीक्षा हसनपुर के श्रीमती सुखदेवी इंटर कालेज से उत्तीर्ण की थी. 

 

दिल्ली से एलएलबी

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दिल्ली से एलएलबी

इसके बाद मुरादाबाद से बीएससी की डिग्री ली. बीएससी के बाद उन्होंने दिल्ली यूनिर्वसिटी से एलएलबी की पढ़ाई की थी.

 

IRS-IPS के लिए चयन

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IRS-IPS के लिए चयन

साल 1982 में पहले प्रयास में ही उनका आइआरएस के लिए चयन हुआ था, लेकिन ज्वाइनिंग नहीं क.। उसके बाद वर्ष 1983 में आइपीएस बन गए थे तथा इसमें भी ज्वाइनिंग नहीं की. 

 

1984 में बने आईएएस

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1984 में बने आईएएस

वर्ष 1984 में राजीव कुमार ने आईएएस परीक्षा उत्‍तीर्ण की, उन्‍हें बिहार कैडर मिला. पहली बार वह बिहार के देवघर में एसडीएम बने.

 

रांची के डीएम रहे

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रांची के डीएम रहे

इसके बाद तीन साल तक रांची के जिलाधिकारी रहे. यहां आदिवासियों के लिए बेहतर काम किया. इसके लिए उन्हें सम्मानित भी किया गया. 

 

दिल्ली में रहता परिवार

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दिल्ली में रहता परिवार

वर्तमान में उनका परिवार दिल्ली में रहता है. उनके दो बेटियां हैं. पिता विश्वेश्वर दयाल भी उनके साथ ही रहते हैं. 

 

कई क्षेत्रों में काम का लंबा अनुभव

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कई क्षेत्रों में काम का लंबा अनुभव

राजीव कुमार को बैंकिंग, वित्त, पर्यावरण और सोशल सेक्टर में काम करने का लंबा अनुभव रहा है. उन्होंने राज्य और केंद्र दोनों जगह कई मंत्रालय संभाले हैं. 

 

यहां रहे सचिव

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यहां रहे सचिव

वह कार्मिक और प्रशिक्षण विभाग में स्थापना अधिकारी के अलावा व्यय विभाग में संयुक्त सचिव और जनजातीय कार्य मंत्रालय, पर्यावरण और वन मंत्रालय में सचिव रह चुके हैं.