Farrukhabad Link Expressway: सीएम योगी आदित्यनाथ के वादे के हिसाब से अपने फर्रुखाबाद में एक नया लिंक एक्सप्रेस वे स्वीकृत हो गया है. उससे जिले के विकास को नई दिशा मिलेगी. इस साल नए लिंक एक्सप्रेस वे पर काम शुरू हो जाएगा.
नए लिंक एक्सप्रेस वे बनने से जिले के विकास को नई दिशा मिलेगी. यह चित्रकूट एक्सप्रेस वे से भी जुड़ेगा. फर्रुखाबाद फिलहाल किसी भी एक्सप्रेस वे से नहीं जुड़ा है. बड़े शहरों के लिए सीधे कनेक्टिविटी न होने से यहां के उद्योग और कारोबार पर भी सीधा असर पड़ेगा.
लिंक एक्सप्रेस वे से यहां विकास को नई दिशा मिलने वाली है. लिंक एक्सप्रेस हरदोई के सवाइजपुर तहसील से सीधे फर्रुखाबाद में प्रवेश करेगा. जनपद बाढ़ प्रभावित गंगापार के सर्वाधिक गांव लिंक एक्सप्रेस वे के दायरे में आ रहे हैं. इसका पहले ही ड्रोन सर्वे कराया गया है.
एक्सप्रेस वे काफी ऊंचाई से बनने से गंगापार के कई गांवों में बाढ़ का जो विकराल रूप बनता है, उस पर भी नियंत्रण करने में मदद मिलेगी. जनपद के 35 गांव लिंक एक्सप्रेस वे की जद में आ रहे हैं.
इन गांवों के आस-पास होकर ही एक लिंक गुजरेगा. हालांकि अभी जनपद में लिंक एक्सप्रेस वे के रूट पर आने वाले गांवों के आसपास की जमीन के अधिग्रहण को लेकर स्थानीय स्तर पर किसी तरह की कोई हलचल नहीं है.
लिंक एक्सप्रेस वे बनने से पर्यटन क्षेत्र में भी अपार संभावनाएं बढ़ेंगी. सीधे नीम करोली धाम की कनेक्टिविटी होने से लोग इस लिंक एक्सप्रेस वे का इस्तेमाल कर पाएंगे. बताया जा रहा है कि लिंक एक्सप्रेस वे बाबा नीम करोली धाम से कुछ ही दूरी से निकलेगा.
इससे बाबा के अनुयायियों को उनके दरबार में पहुंचने में मदद मिलेगी. पड़ोसी जनपदों के साथ ही नेपाल सीमा से सटे जनपदों के लोग बुंदेलखंड क्षेत्र के जनपदों में जाने के लिए इस एक्सप्रेस वे का इस्तेमाल कर पाएंगे.
एक एक्सप्रेस वे से दूसरे एक्सप्रेस वे पर जाने के लिए इसका भरपूर इस्तेमाल किया जाएगा. साथ ही स्थानीय किसानों को भी लिंक एक्सप्रेस वे का फायदा होगा. उन्हें अपने उत्पादों को दूसरे राज्यों में ले जाने में मदद मिलेगी.
आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस वे और गंगा एक्सप्रेस वे से जोड़ने वाला प्रस्तावित लिंक एक्सप्रेस वे जनपद के 35 गांव से होकर गुजरेगा. यह लिंक एक्सप्रेस वे इटावा से शुरू होकर कन्नौज, मैनपुरी, फर्रुखाबाद, शाहजहांपुर होते हुए हरदोई में खत्म होगा.
इस परियोजना से तीन एक्सप्रेस वे एक दूसरे से जुड़ जाएंगे. आगरा-लखनऊ के साथ ही निर्माणाधीन गंगा एक्सप्रेस वे भी जुड़ेगा और बुंदेलखंड एक्सप्रेस वे भी इससे जुड़ जाएगा. इस लिंक एक्सप्रेस वे को लेकर पहले यहां सर्वे भी कराया जा चुका है.
इटावा-बरेली हाईवे को राष्ट्रीय राजमार्ग का दर्जा मिलने के बाद अब जनपद के एक और बदायूं मार्ग को राष्ट्रीय राजमार्ग का दर्जा मिलने जा रहा है. इससे दिल्ली, आगरा बल्कि लखनऊ को बेहतर कनेक्टिविटी हो सकेगी.
सीएम योगी की ओर से मुरादाबाद-चंदौसी-बदायूं से होकर फर्रुखाबाद-छिबरामऊ और सौरिख तक राष्ट्रीय राजमार्ग बनाने का प्रस्ताव केंद्रीय परिवहन मंत्री को दिया गया है. इस प्रस्ताव को अगर सड़क परिवहन मंत्रालय की ओर से मंजूरी मिलती है.
मुरादाबाद से सौरिख तक जो राष्ट्रीय राजमार्ग की लंबाई 270 किलोमीटर बताई गई है. इसके कॉरिडोर का रूप दिया जा सकता है. ये कॉरिडोर गंगा एक्सप्रेस वे से जोड़ने का प्रस्ताव रखा गया है. माना जा रहा है यह जिले के विकास में काफी सहायक होगा.