घरों की अच्छे से साफ-सफाई करके देवी पूजन आरंभ करें. देवी से प्रार्थना करें कि वे संपूर्ण विश्व को महामारी से मुक्त करें सर्वे भवंतु सुखिनः सर्वे संतु निरामया सर्वे भद्राणि पश्यंतु मा कश्चिद दुःखभाग्भवेत।। इस मंत्र का जाप करें. मंत्र को पढ़ने के बाद अपने घर के मुख्य द्वार पर दोनों तरफ श्री और स्वास्तिक बनाएं. प्रतिदिन शंख बजाएं ऐसा करने से आपके घर में सकारात्मक ऊर्जा आएगी, और देवी की कृपा आप पर बनी रहेगी.
घट स्थापना करने से पहले हाथ जोड़कर भगवान गणेश से प्रार्थना करें, कि हे प्रथम पूज्य आप हमारे विश्व से महामारी को दूर कीजिए और हमें स्वस्थ कीजिए. घट स्थापना से पहले इस मंत्र का जाप करें एकदंताय विद्महे वक्रतुंडाय धीमहि तन्नो दंती प्रचोदयात् दुर्गा सप्तशती के अनुसार सिद्ध कुंजिका स्त्रोत महादेव भगवान शिव के द्वारा कहा हुआ एक स्त्रोत है. इस स्त्रोत को पढ़ने से सभी प्रकार के रोग और दोष दूर होते हैं इसलिए दुर्गा अध्याय पढ़ने से पहले प्रतिदिन सिद्ध कुंजिका स्त्रोत का पाठ करें.
देवी की आरती करने से पहले और आरती के बाद बीमारी से रक्षा के लिए कपूर के ऊपर दो लॉन्ग रखकर के जलाएं. उसके बाद देवी जी की आरती करें और फिर आरती के बाद इस मंत्र का जाप करें.
कर्पूर गौरम् करुणावतारं संसारसारं भुजगेंद्रहारम् सदा वसंतम हृदयार विंदे भवम भवानी सहित नमामि।। उसके बाद शंख बजाएं, जिससे आप सदैव स्वस्थ प्रसन्न एवं आनंदित रहेंगे.
जब आप भोजन करें तो बीमारी दूर करने के लिए इस मंत्र का जाप करें ॐ सह नाववतु। सह नौ भुनक्तु। सह वीर्यं करवावहै। तेजस्विनावधीतमस्तु। मा विद्विषावहै ॥ ॐ शान्ति: शान्ति: शान्ति:: ॥ इस मंत्र का जाप करने से भोजन में आई हर प्रकार की नकारात्मकता दूर हो जाती है. और आप सभी प्रकार की बीमारियों से दूर रहते हैं.
पूजन शुरू करने से पहले घर की छत पर लाल रंग का झंडा जरूर लगाएं. झंडा लगाते समय महामृत्युंजय मंत्र का जप करें ओम त्र्यंबकम यजामहे सुगंधिम पुष्टिवर्धनम उर्वारुकमिव बंधनांमृत्योर्मुक्षीय मामृतात।।ॐ।। ये मंत्र सभी बीमारियों को हरने वाला और रोग, दोष को दूर करने वाला है. आगे देखिए किस मंत्र के साथ करें पूजन का समापन
इन सभी विधियों को करने के साथ-साथ महामारी को दूर भगाने के लिए दुर्गा सप्तशती के मंत्रों का जाप करना चाहिए. पूजन के समापन के दौरान हवन करते समय इस मंत्र का जाप करें. ओम जयंती मंगला काली भद्रकाली कपालिनी दुर्गा क्षमा शिवा धात्री स्वाहा स्वधा नमोस्तुते इस मंत्र का जाप करने से महामारी का नाश होता है. आगे देखिए कैसे करें कन्या पूजन?...
नवरात्र का आखिरी दिन कन्या पूजन का भी विशेष महत्व होता है. लेकिन इस महामारी के दौरान आप किसी भी कन्या को अपने घर न बुलाएं. न ही अपने घर की कन्याओं को किसी के घर भेजें. आप कुछ लंच पैकेट बनाकर गरीब बच्चों में बांट दें. ज्योतिष आचार्य लंकेश के अनुसार विजयादशमी के बाद ग्रहों की विशेष स्थिति और भगवती के आशीर्वाद से कोविड का दमन होगा और विश्व इस विनाशकारी महामारी से मुक्त होगा.