July Vrat Tyohar List 2023: आज आपको बताते हैं जुलाई महीने में पड़ने वाले व्रत और त्योहार की तारीख और उनके महत्व के बारे में.
आने वाली चार जुलाई से सावन का पवित्र महीना शुरू हो रहा है. इसके साथ ही इसी दिन पहला मंगला गौरी व्रत भी है. सावन भोलेनाथ का सबसे प्रिय महीना माना जाता है. महादेव के भक्तों में इस पूरे महीने के दौरान अलग ही उत्साह देखने को मिलता है.
चार जुलाई से शुरू होकर सावन की पवित्र महीना 31 अगस्त तक चलेगा. सावन का महीन हिंदू धर्म में बहुत महत्व रखता है. ऐसा माना जाता है इस दौरान जो भी भगवान शिव और माता पार्वती की सच्चे मन से आराधना करता है उसकी हर मनोकामना पूरी होती है.
जानकारी के मुताबिक कृष्ण पक्ष की चतुर्थी को संकष्टी चतुर्थी और शुक्ल पक्ष की चतुर्थी को विनायक चतुर्थी कहा जाता है. इस साल सावन महीने के शुरुआत के दो दिन बाद 6 जुलाई को संकष्टी चतुर्थी पड़ने वाली है.
संकष्टी चतुर्थी भगवान गणेश को समर्पित होती है. इस दिन व्रत रखा जाता है और विघ्न हर्ता गणेश भगवान की पूरे विधि विधान से पूजा की जाती है. श्रद्धालु अपने जीवन में सुख, शांति और समृद्धि का आशीर्वाद मांगते हैं.
सावन महीने की कृष्ण एकादशी को कामिका एकादशी कहा जाता है. इस साल कामिका एकादशी 13 जुलाई गुरुवार के दिन है. इस एकादशी की संबंध भगवान विष्णु से है. ऐसा माना जाता है कि इस दिन भगवान विष्णु की पूजा करने से हर मनोकामना पूरी होती है.
प्रदोष व्रत भगवान शिव को अपनी पूजा से प्रसन्न करने और शनि दोष को दूर करने के लिए रखा जाता है. इस साल प्रदोष व्रत 14 जुलाई शुक्रवार के दिन पड़ रहा है. यह व्रत रखने से भगवान शिव के भक्तों को उनका आशीर्वीद प्राप्त होता है.
सावन महीने की पहली शिवरात्रि 15 जुलाई 2023 शनिवार के दिन मनाई जाएगी. इसे मासिक शिवरात्रि के नाम से भी जाना जाता है. इस दिन व्रत रखा जाता है. लोगों का कहना है जो व्यक्ति व्रत रखने में असमर्थ हो वह जलाभिषेक और रुद्राभिषेक करके भोलेनाथ की आराधना कर सकता है.
इस साल कर्क संक्रांति 16 जुलाई रविवार के दिन मनाई जाएगी. जानकारी के मुताबिक कर्क संक्रांति का पुण्य काल शाम 12 बजकर 13 मिनट से शुरू होकर 6 बजकर 44 मिनट तक चलेगा. इसके साथ ही कर्क संक्रांति का महा पुण्य काल शाम 4 बजकर 34 मिनट से शुरू होकर 6 बजकर 44 मिनट तक चलेगा.
जानकारी के मुताबिक आने वाली 17 जुलाई को सोमवार के दिन श्रावण अमावस्या मनाई जाएगी. इस दिन सोमवती अमावस्या का भी संयोग बन रहा है. सावन अमावस्या को हरियाली अमावस्या भी कहा जाता है. सोमवार और शनिवार के दिन पड़ने वाली अमावस्या को बहुत खास माना जाता है.
इस साल पद्मिनी एकादशी 29 जुलाई शनिवार के दिन मनाई जाएगी. सावन महीने में पद्मिनी एकादशी को खास महत्व होता है. इस एकादशी को भगवान विष्णु की पूजा की जाती है. श्रद्धालुओं में इस एकादशी का खास महत्व होता है. इस दिन भक्तों पर भगवान विष्णु की असीम कृपा होती है.