वैसे तो गोरखपुर में बहुत कुछ है देखने लायक जैसे गोरखनाथ मंदिर , विष्णु मंदिर, गीता वटिका, गीता प्रेस, चौरीचौरा शहीद स्मारक आदि.
लेकिन अब जल्द ही गोरखपुर में योग गुरु परमहंस योगानंद ‘मुकुंद लाल घोष’ की जन्मस्थली को पर्यटन स्थल बनाने की योजना चल रही है.
इसको लेकर प्रदेश कैबिनेट ने योगानंद मुक्तिपुर, असकरगंज के जिस मकान में रह रहे थे. उस आवास की जमीन को निशुल्क उपलब्ध कराने की सहमति दे दी है.
पर्यटन विभाग की ओर से जल्द ही यहां पर्यटन स्थल तैयार किया जाएगा. बता दें कि योगानंद से जुड़ी वस्तुओं को धरोहर के रूप में सुरक्षित रखा जाएगा.
इसके लिए लगभग 50 करोड़ रुपए खर्च होंगे. यहां 19 करोड़ रुपये की पहली किस्त पर्यटन विभाग को मिल चुकी है.
योगानंद के पिता भगवती चरण घोष रेलवे में नौकरी करते थे. वह पूरे परिवार के साथ शेख अब्दुल रहीमपुर अच्छन बाबू के मकान में किराए पर रहते थे.
शासन ने इस पूरे पर्यटन स्थल को लेकर मार्च में ही मंजूरी दे दी थी.
परमहंस योगानंद जिस कमरे में रहते थे, उस कमरे में उनका सामान मौजूद है. पर्यटन विभाग की ओर से जिस जगह पर पर्यटन स्थल बनाया जाएगा, वहां एक संग्रहालय भी होगा.
संग्रहालय में खड़ाऊं, रुद्राक्ष, मालाएं, लैंप और उनकी पुस्तक संरक्षित रहेगी. आज भी मकान में परमहंस योगानंद का कई सामान मौजूद है.
योगानंद जिस मकान में रहते थे उसकी रजिस्ट्री प्रक्रिया जल्द पूरी कर ली जाएगी. पूरा काम करने के बाद इसे पर्यटन क्षेत्र के रूप में विकसित किया जाएगा और पर्यटन स्थल बनाया जाएगा.