24.02.2024 को माघी पूर्णिमा के पावन अवसर व माघ मेला के पंचम स्नान पर्व पर सायं 06:00 बजे तक लगभग 38 लाख 20 हजार स्नानार्थियों व श्रद्धालुओं ने गंगा, यमुना एवं अदृश्य सरस्वती के पवित्र संगम तट तथा गंगा जी के तट पर बनाये गए विभिन्न घाटों पर आस्था की डुबकी लगाई.
प्रयागराज संगम नगरी में माघ मेले के पंचम स्नान पर्व माघी पूर्णिमा पर शनिवार शाम 6 बजे तक लगभग 38.20 लाख लोगों ने गंगा और पवित्र संगम में आस्था की डुबकी लगाई.
24.02.2024 को माघी पूर्णिमा के पावन अवसर व माघ मेला के पंचम स्नान पर्व पर सायं 06:00 बजे तक लगभग 38 लाख 20 हजार स्नानार्थियों व श्रद्धालुओं ने गंगा, यमुना एवं अदृश्य सरस्वती के पवित्र संगम तट तथा गंगा जी के तट पर बनाये गए विभिन्न घाटों पर आस्था की डुबकी लगाई.
इस अवसर पर श्रद्धालुओं को किसी भी प्रकार की असुविधा न हो, इसके दृष्टिगत सभी वरिष्ठ अधिकारियों ने मेला क्षेत्र में भ्रमण कर सभी आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित कराई.
माघ मेला क्षेत्र में साफ-सफाई की विशेष व्यवस्था सुनिश्चित किए जाने हेतु सफाई कर्मियों की पर्याप्त संख्या में ड्यूटी लगाई गई है.
माघ मेला क्षेत्र में अपने स्वजनों से बिछड़ने वाले लोगों के लिए खोया-पाया केन्द्र से लगातार एनाउंस कर उनके स्वजनों से उन्हें मिलाया गया.
श्रद्धालुओं को मेले में भटकना न पड़े, इसके लिए संगम जाने का मार्ग, वापस लौटने का मार्ग व अन्य मार्गों को प्रदर्शित करते हुए साइन बोर्ड रास्तों पर लगाए गए हैं.
स्नान करने वालों की सुविधा के लिए घाटों की लंबाई 6800 फुट से बढ़ाकर 8000 फुट कर दी गई है और कुल 12 घाट बनाए गए हैं एवं सभी घाटों पर पर्याप्त संख्या में वस्त्र बदलने की सुविधा स्थापित की गई है.
पुलिस उप महानिरिक्षक (माघ मेला) राजीव नारायण मिश्र ने जानकारी देते हुए बताया कि मेला क्षेत्र में सुरक्षा के व्यापक बंदोबस्त किए गए हैं और पूरे मेला क्षेत्र में 300 से अधिक सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं.
यातायात पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि यातायात पुलिस के जवानों को जाम खुलवाने के काम पर लगाया गया है.