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प्रयागराज महाकुंभ का आगाज कब, कौन सा शाही स्नान कब होगा, 50 करोड़ श्रद्धालुओं का उमड़ेगा सैलाब

Mahakumbh Mela: अगले साल होने वाले महाकुंभ मेले के लिए तैयारियां पूरे जोर शोर से चल रही है. सरकार द्वारा आम बजट में भी महाकुंभ 2025 को लेकर 120 करोड़ रुपये की 30 परियोजनाओं को हरी झंडी दी गई है. आइए जानते हैं महाकुंभ में होने वाले शाही स्नान के बारे में ... 

प्रयागराज महाकुंभ का आगाज कब, कौन सा शाही स्नान कब होगा, 50 करोड़ श्रद्धालुओं का उमड़ेगा सैलाब

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प्रयागराज महाकुंभ का आगाज कब, कौन सा शाही स्नान कब होगा, 50 करोड़ श्रद्धालुओं का उमड़ेगा सैलाब

महाकुंभ

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महाकुंभ

महाकुंभ मेला हिन्दू धर्म का एक महत्वपूर्ण पर्व है. इसमें करोड़ों श्रद्धालु प्रयागराज, हरिद्वार, उज्जैन और नासिक में एकत्र होते हैं और नदी में स्नान करते हैं. 

120 करोड़ होगा खर्च

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120 करोड़ होगा खर्च

बता दें कि पिछले दिनों आम बजट में महाकुंभ 2025 को लेकर 120 करोड़ रुपये की 30 परियोजनाओं को हरी झंडी दे दी गई है. 

पवित्र स्नान की तारीख

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पवित्र स्नान की तारीख

इस बीच महाकुंभ में 6 पवित्र स्‍नान की तिथियां भी घोषित कर दी गईं. सभी स्नान 13 जनवरी से लेकर 26 फरवरी तक होंगे.

शाही स्‍नान

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शाही स्‍नान

14 जनवरी 2025: इस दिन मकर संक्रांति रहेगी, यह पहला शाही स्‍नान होगा.  29 जनवरी 2025: इस दिन मौनी अमावस्‍या रहेगी, यह दूसरा शाही स्‍नान होगा.  03 फरवरी 2025: इस दिन बसंत पंचमी रहेगी, यह तीसरा शाही स्‍नान होगा. 

तीन अन्‍य पवित्र स्‍नान

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तीन अन्‍य पवित्र स्‍नान

इसके अलावा तीन अन्य पलित्र स्नान 13 जनवरी - पौष पूर्णिमा, 12 फरवरी - माघी पूर्णिमा और 26 फरवरी - महाशिवरात्रि पर्व के साथ महाकुंभ 2025 का समापन हो जाएगा.

जूना अखाड़े के संत महामंडलेश्वर और नागा संन्यासी

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जूना अखाड़े के संत महामंडलेश्वर और नागा संन्यासी

12 अक्‍टूबर को देशभर से जूना अखाड़े के संत महामंडलेश्वर और नागा संन्यासी प्रयागराज के लिए प्रस्थान करेंगे. 

23 नवंबर को भूमि पूजन

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23 नवंबर को भूमि पूजन

23 नवंबर को कुंभ मेला क्षेत्र में जूना अखाड़े के शिविर में भूमि पूजन और धर्म ध्वजा स्थापित की जाएगी. 

पेशवाई

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पेशवाई

14 दिसंबर को जूना अखाड़े के आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी अवधेशानंद गिरी की अगुवाई में मौजगिरी आश्रम से मेला क्षेत्र शिविर तक शाही अंदाज में पेशवाई निकाली जाएगी. 

विकास कार्य

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विकास कार्य

मेले में विकास कार्य के रुप में हनुमान मंदिर स्थली का बड़े स्तर पर रेनोवेशन किया जा रहा है. इसके साथ ही रोपवे परियोजना की भी जल्द शुरुआत होगी.