लखनऊ के इंदिरानगर के सेक्टर-20 में शनिवार सुबह बदमाशों ने दिनदहाड़े घर में घुसकर सेवानिवृत्त आईएएस देवेंद्र दुबे की पत्नी मोहिनी दुबे की हत्या कर लूटपाट की. वहीं देवेंद्र जब गोल्फ खेलकर घर पहुंचे तो उनके सामने उनकी पत्नी का शव पड़ा हुआ था. दुपट्टे से गला कसा था और सिर पर भारी चीज से वार करने का निशान था. जिसके बाद पुलिस, डॉग स्क्वायड और फोरेंसिक टीम ने छानबीन की. वहीं अब सीसीटीवी फुटेज खंगाली जा रही हैं. वारदात के खुलासे के लिए पांच टीमों को लगाया गया है
आपको बता दें कि सेवानिवृत्त आईएएस देवेंद्र दुबे की पहली पत्नी मीना का निधन हो चुका है. वे इंदिरानगर के सेक्टर-20 में मकान नंबर 20/31 में अपनी दूसरी पत्नी मोहिनी दुबे के साथ रहते थे. देवेंद्र प्रयागराज के मंडलायुक्त के साथ रायबरेली व कई जिलों के डीएम रह चुके हैं. सुबह करीब सात बजे वह ड्राइवर रवि के साथ गोल्फ खेलने गए थे. जिसके बाद जब वो घर आए तो घर में अपनी पत्नी की लाश देकर हैरान रह गए.
सुबह 9:30 बजे गोल्फ खेल कर घर लौटे तो देखा कि सारे दरवाजे खुले हैं. वह पहली मंजिल पर गए तो किचन के पास ड्रेसिंग रूम में मोहिनी मृत पड़ी दिखीं. कमरे की अलमारी खुली थी और जेवरात आदि गायब थे. जिससे वो समझ गए की उनके घर में लूटपाट हुई है और उन लूटेरें ने ही उनकी पत्नी को मारा है. जिसके बाद देवेंद्र ने पुलिस को सूचना दी. इस पर पुलिस कमिश्नर, एसबी शिरडकर, ज्वाइंट पुलिस कमिश्नर अपराध आकाश कुलहरि समेत अन्य अधिकारी मौके पर पहुंचे और शव पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया साथ ही एफआईआर दर्ज कर तफ्तीश शुरू की गई।
बदमाशों ने मोहिनी को बेरहमी से मारा. उनके दुपट्टे से उनका गला कसा और सिर पर भारी चीज से वार किया. अभी तक यह अंदेशा लगाया जा रहा है कि पहले सिर पर वार किया था ताकि बचने की गुंजाइश न रहे, इसलिए फिर दुपट्टे से गला कस दिया. वहीं उनके चेहरे पर भी चोट के काफी निशान हैं लेकिन संघर्ष के कोई निशान नहीं मिले हैं.
पुलिस के मुताबिक जांच में स्पष्ट हुआ है कि कोई जबरन इंट्री नहीं है जिससे ये अंदाजा लगाया जा रहा है कि हत्या करने वाला कोई जान पहचान का ही है या कहा जाए तो कोई करीबी शख्स है जिसे मोहिनी जानती थीं. इसके अलावा जिस अलमारी से गहने गायब मिले, उसका लॉक चाबी से खोला गया. यह भी इशारा करता है कि घटना में कोई करीबी शामिल है जिसे चाबियों के बारे में भी पता है.
आपको बता दें कि घटना में सिर्फ एक अलमारी खुली मिली जिसमे लॉकर था. इसका मतलब बदमाशों को पता था कि जेवरात कहां रखे हैं. अन्य किसी कमरे में किसी अलमारी आदि को छुआ तक नहीं गया है. यह भी एक तरफ से इस बात पर शक दिलाता है की कोई जान-पहचान वाला इंसान ही यहा आया था. इसके अलावा जहां घटना को अंजाम दिया गया, वहां देवेंद्र का पर्स रखा था जिसमें पैसे सुरक्षित मिले. मोहिनी ने जो जेवरात पहने, वे भी सुरक्षित मिले. ऐसे में पुलिस को आशंका है कि बदमाशों का मकसद सिर्फ मोहिनी की हत्या करना था. अलमारी से गहने गायब कर लूट का रूप देने की कोशिश की गई. इस पहलू पर तफ्तीश चल रही है.
देवेंद्र दुबे का घर सीसीटीवी कैमरों से लैस है. बदमाशों को इसकी पूरी खबर थी. ऐसे में घटना को अंजाम देने के बाद वे डीवीआर भी लूट ले गए. पुलिस पड़ोसियों के घरों में लगे सीसीटीवी फुटेज खंगाल रही है ताकि कोई सबूत मिल जाए. सूत्रों के मुताबिक फुटेज में दो संदिग्ध कैद हुए हैं. पुलिस ने इन्हें चिह्नित भी कर लिया है. पुख्ता सुराग के आधार पर इनकी तलाश की जा रही है.
पुलिस, डॉग स्क्वायड और फोरेंसिक टीम ने छानबीन कर रही है. सीसीटीवी फुटेज खंगाली जा रही हैं ताकि पता चल सके की इस वारदात को अंजाम किसने दिया था. वहीं इस वारदात के खुलासे के लिए पांच टीमों को लगाया गया है.
देवेंद्र ने 15 दिन पहले गोमतीनगर का एक फ्लैट 90 लाख रुपये में बेचा था. सूत्रों के मुताबिक यह पूरी रकम मोहिनी ने अपने पास रखी थी. इसके बंटवारे और हिस्सेदारी को लेकर परिवार में विवाद हो रहा था. देवेंद्र ने भी उन्हें समझने का प्रयास किया था, लेकिन वह किसी को भी यह पैसा देना नहीं चाहती थी. आशंका है कि कहीं यही रकम तो उनकी हत्या की वजह नहीं बनी पुलिस इस पहलू पर जांच कर रही है.