यूपी के पूर्व डीजीपी विजय कुमार और उनकी पत्नी सोमवार को भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गए.
1988 बैच के आईपीएस विजय कुमार दलित समाज से हैं. उनको कौशांबी या मछलीशहर से टिकट देने के कयास लगाए जा रहे हैं. आईपीएस विजय कुमार से पहले भी पुलिस अफसर बीजेपी में आकर चमके हैं.
1977 बैच के आईपीएस बृजलाल साल 2015 में बीजेपी में शामिल हुए थे. एक समय उनकी गिनती बसपा सुप्रीमो मायावती के करीबियों में होती थी.
साल 2020 में बीजेपी ने रिटायर्ड आईपीएस बृजलाल को उत्तर प्रदेश से राज्यसभा भेजा था.
1994 बैच के आईपीएस रहे असीम अरुण नौकरी छोड़कर बीजेपी में शामिल हो गए थे. उन्होंने कानपुर कमिश्नर के पद से वीआरएस ले लिया.
असीम अरुण को बीजेपी ने 2002 में कन्नौज सदर सीट से टिकट दिया. जहां से उनको जीत मिली. योगी सरकार में वह मंत्री हैं.
यूपी पुलिस में सीओ से लेकर ईडी के जाइंट डायरेक्टर रहे राजेश्वर सिंह ने भी वीआरएस लेकर भाजपाक दामन थामा था.
बीजेपी ने उनको लखनऊ की सरोजनीनगर सीट से टिकट दिया है, जहां से चुनकर वह विधानसभा पहुंचे.
मुंबई पुलिस कमिश्नर रहे सत्यपाल सिंह पर भी भगवा रंग का जादू ऐसा चला कि वह वीआरएस लेकर बीजेपी के साथ आ गए.
भाजपा के टिकट पर वह 2014 और 2019 में बागपत सीट से जीतकर लोकसभा पहुंचे. साथ ही मोदी सरकार में राज्यमंत्री भी रहे.