यूपी बोर्ड के 12वीं क्लास के मेधावी छात्रों को 80 हजार की स्कॉलरशिप, ऐसे करें फटाफट आवेदन
12वीं पास करने वाले मेधावियों को पढ़ाई के लिए 5 साल तक स्कॉलरशिप मिलेगा. इंजीनियरिंग, मेडिकल, यूजी और पीजी की पढ़ाई के लिए सरकार ने छात्रवृत्ति देने का फैसला लिया है.
12वीं पास छात्रों के लिए खुशखबरी
अगर आपने भी यूपी बोर्ड विज्ञान वर्ग से पड़ाई की है तो आपके लिए खुशखबरी है, क्योकि 24073 छात्र छात्राओं को स्कॉलरशिप दी जाएंगी.
स्कॉलरशिप से पढ़ाई में मदद
स्कॉलरशिप लगभग हर छात्र का सपना होता है. इसकी मदद से पढ़ाई की मोटी मोटी फीस माफ हो जाती है और एजुकेशन के लिए मदद मिलती है.
इंटर विज्ञान वर्ग के छात्रों को स्कॉलरशिप
यूपी बोर्ड से 2024 में इंटर विज्ञान वर्ग की परीक्षा 87.20 प्रतिशत या अधिक अंकों से पास करने वाले 24073 मेधावी छात्र-छात्राएं उच्च शिक्षा के लिए सालाना 80 हजार रुपये की ड्रीम स्कॉलरशिप हासिल कर सकते हैं.
बेसिक और नेचुरल साइंस कोर्स
विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्रालय की इंस्पायर योजना के तहत छात्रवृत्ति उन्हीं मेधावियों को मिलेगी जिन्होंने बेसिक एवं नेचुरल साइंस कोर्स जैसे गणित, भौतिक विज्ञान, रसायन विज्ञान अथवा लाइफ साइंस वनस्पति विज्ञान एवं जन्तु विज्ञान आदि में स्नातक अथवा इंटीग्रेटेड स्नातकोत्तर कक्षाओं में प्रवेश लिया हो.
इस साइट से करें आवेदन
स्कॉलरशिप के लिए पोर्टल शुरू होने पर मंत्रालय की वेबसाइट www.online.inspire.gov.in पर ऑनलाइन आवेदन किया जा सकेगा.
79 प्रतिशत से आवेदन मांगे
2023 की इंटर विज्ञान वर्ग की परीक्षा में 84.60 प्रतिशत अंक पाने वाले इस छात्रवृत्ति के लिए आई थे. उससे पहले 2022 में विज्ञान वर्ग में 79.40 प्रतिशत या अधिक अंक पाने वाले मेधावियों से आवेदन मांगे गए थे.
यूपी के अलावा बाकी बोर्ड
इस योजना में यूपी बोर्ड के अलावा सीबीएसई और सीआईएससीई बोर्ड से 12वीं पास करने वाले छात्र और छात्राएं आवेदन कर सकते हैं.
रिसर्च प्रोजेक्ट
स्कॉलरशिप की धनराशि पांच हजार रुपये प्रति माह यानी साल में 60 हजार रुपये मिलेगी. इसके अलावा देश के किसी मान्यता प्राप्त रिसर्च सेंटर में सक्रिय गाइड के मार्गदर्शन में समर रिसर्च प्रोजेक्ट के लिए प्रति वर्ष 20 हजार रुपये मिलेगा.
यूजी और पीजी
यूजी और पीजी में चयनित विषयों में फिजिक्स, कमेस्ट्री, बायो, मैथ समेत कई विषय हैं. आवेदन ऑनलाइन लिए जाएंगे. सरकार की ओर से दी जाने वाली इस स्कॉलरशिप के जरिए छात्र-छात्राओं को अपनी आगे की पढ़ाई पूरी करने में मदद मिलेगी और उन्हें आर्थिक रूप से कहीं से भी परेशानी का सामना नहीं करना पड़ेगा.