कौन हैं कीर्ति पांडेय, सीएम योगी ने गोरखपुर विश्वविद्यालय की प्रोफेसर को सौंपी बड़ी जिम्मेदारी
उत्तर प्रदेश शिक्षा सेवा चयन आयोग प्रयागराज को लंबे इंतजार के बाद नया अध्यक्ष मिल गया है. सीएम योगी आदित्यनाथ ने गोरखपुर विश्वविद्यालय की प्रोफेसर कीर्ति पांडेय को उत्तर प्रदेश शिक्षा सेवा चयन आयोग का अध्यक्ष नियुक्त किया है.
कौन हैं प्रो. कीर्ति पांडेय?
कीर्ति पांडेय गोरखपुर विश्वविद्यालय में प्रोफेसर हैं. उनके पास लंबा प्रशासनिक अनुभव है. वह जून 2023 से गोरखपुर यूनिवर्सिटी में डीन आर्ट्स हैं.
गोरखपुर विवि में प्रो.
प्रो. कीर्ति पांडेय साल 2011-14 तक समाजशास्त्र की विभागाध्यक्ष थीं. इसके बाद 2015 से 2017 तक यूजीसी एचआरडीसी की निदेशक भी रहीं.
पहला अध्यक्ष मिला
अब प्रो. कीर्ति पांडेय के रूप में उत्तर प्रदेश शिक्षा सेवा चयन आयोग को अपना पहला पूर्णकालिक अध्यक्ष मिल गया है. उन्हें आयोग का अध्यक्ष बनाए जाने पर गोरखपुर विश्वविद्यालय में जश्न का माहौल है.
यह भी जिम्मेदारी निभाई
प्रो. कीर्ति पांडेय राम मनोहर लोहिया अवध विश्वविद्याल फैजाबाद, महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ वाराणसी, बुंदेलखंड विश्वविद्यालय झांसी और सिद्धार्थ विश्वविद्यालय कपिलवस्तु के बोर्ड ऑफ स्टडीज की सदस्य रही हैं.
रिसर्च डिग्री समिति की सदस्य
साथ ही वह महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ और आरएमएल अवध यूनिवर्सिटी में से रिसर्च डिग्री समिति की भी सदस्य रही हैं. प्रो. कीर्ति पांडेय का 39 वर्षों का लंबा अनुभव है.
समाजशास्त्र विभाग में प्रोफेसर
साल वर्ष 1985 में समाजशास्त्र विभाग में उन्होंने एडहॉक पर लेक्चरर के रूप में शिक्षण कार्य शुरू किया था. इसके बाद 1987 में एसवी डिग्री कॉलेज, देवरिया में एजुकेशन सर्विस कमीशन की परीक्षा के जरिए नियुक्ति हुई थी.
2006 से प्रोफेसर
साल 1988 में लेक्चरर के रूप में डीडीयू में स्थाई रूप से नियुक्त हुई थीं. डीडीयू में वर्ष 2006 से प्रोफेसर हैं. प्रो. कीर्ति पांडेय की विशेषज्ञता ‘इंडियन सोसाइटी एंड कल्चर’ पर है.
शिक्षक की भर्ती करना काम
उत्तर प्रदेश शिक्षा सेवा चयन आयोग बेसिक और माध्यमिक से लेकर एडेड महाविद्यालयों तक में शिक्षक भर्ती करेगा. पहले इसके लिए अलग-अलग आयोग होते थे.
नये आयोग का गठन
दरअसल, पिछले साल ही योगी सरकार ने प्रदेश में बेसिक शिक्षा से माध्यमिक और उच्च शिक्षा विभाग में शिक्षकों की भर्ती के लिए नए आयोग का गठन किया था, जिसे उत्तर प्रदेश शिक्षा सेवा चयन आयोग नाम दिया गया.