भदोही: सपा विधायक जाहिद बेग ने गुरुवार को पुलिस से बचते हुए कोर्ट में सरेंडर किया है. नंगे पैर भागते हुए वह कोर्ट में पहुंचे. आवास पर नाबालिग नौकरानी के सुसाइड और एक से अधिक बच्चों की तस्करी मामले में सपा विधायक फरार चल रहे थे. कोर्ट गेट पर सरेंडर के दौरान वकीलों और पुलिस के बीच कहासुनी भी हुई. कोर्ट परिसर में विधायक समर्थकों एवं सपा नेताओं की भीड़ मौजूद रही.


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बुधवार को हुई थी बेटे की गिरफ्तारी
सपा विधायक जाहिद बेग के बेटे जाएम बेग को एक नाबालिग लड़की की आत्महत्या के सिलसिले में बुधवार शाम गिरफ्तार किया गया था. विधायक और उनकी पत्नी के खिलाफ दर्ज दो मामलों की जांच के बाद यह गिरफ्तारी की गई थी. उन पर नाबालिग लड़की से बंधुआ मजदूरी करवाने और नाबालिग को आत्महत्या के लिए उकसाने का आरोप है.


भदोही एसपी का क्या कहना?
भदोही की पुलिस अधीक्षक मीनाक्षी कात्यायन ने कहा, ''जांच में पाया गया कि नाबालिग लड़की नाजिया से जबरन काम कराया गया था और उसने अपनी मौत से पहले विधायक के घर से भागने की इच्छा जताई थी. जांच में पता चला कि विधायक का बेटा इस मामले में शामिल था.'' 


सपा विधायक पर दर्ज हुआ था मुकदमा
विधायक जाहिद बेग के आवास पर काम करने वाली 17 साल की एक घरेलू सहायिका ने आठ सितंबर की रात विधायक के ही घर में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी। इस मामले में पुलिस ने विधायक और उनकी पत्नी के खिलाफ बंधुआ मजदूरी, उत्पीड़न और आत्महत्या के लिए उकसाने का मुकदमा दर्ज किया था. इस घटना के बाद उनके घर से 17 वर्षीय घरेलू सहायिका को मुक्त कराया गया था. मामले की जांच के आधार पर जाहिद बेग और उनकी पत्नी सीमा बेग के खिलाफ बंधुआ मजदूरी प्रणाली (निषेध) अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है.