गंगा उफान पर, कानपुर प्रयागराज समेत यूपी के कई जिलों में बाढ़ का खतरा मंडराया
UP News: उत्तर प्रदेश के कई जिलों में गंगा नदी का बढ़ता जलस्तर कभी भी तबाही मचा सकता है. बढ़ते जलस्तर से कानपुर के 40 से ज्यादा गांवों में बाढ़ का खतरा मंडरा रह है तो वहीं इसकी वजह से प्रयागराज मे बन रहे 6 लेन के पुल निर्माण का कार्य भी प्रभावित हो रहा है.
UP Ganga News: उत्तर प्रदेश में गंगा नदी के बढ़ते जलस्तर कई जिलों में गंगा से सटे इलाकों में बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है. कानपुर के 40 गांव बाढ़ की जद में कभी भी आ सकते हैं. यहां ACP ने 6 गांव का निरीक्षण कर मुनादी करवाते हुए लोगों को चेतावनी दी है कि उनके गांव में कभी भी बाढ़ आ सकती है वो अपना जरूरी सामान सुरक्षित कर ले, गांव छोड़कर कभी भी सुरक्षित जगह के लिए निकलना पड़ सकता है.
कानपुर-उन्नाव मार्ग क्षतिग्रस्त
कानपुर और उन्नाव में गंगा खतरे के निशान से ऊपर बह रही है. बढ़ते जलस्तर की वजह से कानपुर सीमा और उन्नाव को जोड़ने वाला मार्ग भी बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया. इस मार्ग का निर्माण बीते माह ही उन्नाव लोक निर्माण विभाग ने करवाया था. इसके निर्माण पर लाखों रुपये खर्च हुए थे. पीडबल्यू विभाग अपनी पूरी कोशिश के बाद भी गंगा का कटान से गढ़ीवा मार्ग को नहीं बचा पाया. गंगा के बढ़ते पानी से डोमनपुर गढ़ीवा गंगा पुल मार्ग भी प्रभावित हुआ है. स्थानीय लोगों का आरोप है कि PWDD विभाग इस तरह के निर्माण कार्य में लाखों रुपये की बंदरबांट करता है.
6 लेन पुल निर्माण कार्य प्रभावित
तेजी से बढ़ते गंगा के जलस्तर ने प्रयागराज में भी मुश्किलें बढ़ा दी हैं. यहां मलाका से स्टैनली रोड तक बने रहे गंगा पुल का निर्माण कार्य प्रभावित होने की कगार पर है. इस पुल का निर्माण प्रयागराज के महाकुंभ 2025 परियोजना के तहत कराया जा रहा है. यहां गंगा का पानी अगर ढाई मीटर और बढ़ गया तो पुल का निर्माण कार्य रोकना पड़ सकता है. जानकारी के मुताबिक शुक्रवार को गंगा का जलस्तर 77.50 मीटर दर्ज किया गया. इस पुल का निर्माण कार्य कराने वाली संस्था के प्रोजेक्ट हैड सुनील सिंघला ने बताया कि अगर गंगा का जलस्तर और बढ़ा तो पुल का निर्माण कार्य प्रभावित होगा. हालांकि स्टैनली रोड की तरफ पुल का निर्माण कार्य लगातार चलता रहेगा.
ये भी पढ़ें: Deoria news:सड़क पर उतरेंगे... सावन में मांस-मछली की दुकानों को लेकर देवरिया के विधायक ने डीएम को दी धमकी!
ये भी पढ़ें: शिक्षकों की मांग के आगे झुकी सरकार, डिजिटल हाजिरी पर प्राइमरी स्कूल टीचरों को दे दी बड़ी राहत