लखनऊ: उत्तर प्रदेश में कोरोना के बढ़ते संक्रमण के बीच योगी सरकार ने लोगों को बड़ी राहत देने का फैसला किया है. सरकार ने प्राइवेट लैब में कोरोना जांच की फीस कम कर दी है. अब लोग महज 1600 रुपए में अपना कोरोना टेस्ट करा सकते हैं. अब तक ये शुल्क 2500 रुपये था, जबकि शुरुआत में इसके लिए 4500 रुपये चार्ज किए जाते थे. 


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1600 से अधिक शुल्क वसूलने वाली प्रयोगशालाओं पर होगी कार्रवाई
प्राइवेट लैब में राज्य सरकार द्वारा तय की गई कोरोना जांच की फीस से ज्यादा वसूलने पर कार्रवाई की जाएगी. सरकार ने सख्त लहजे में हिदायत दी है कि प्राइवेट लैब कोरोना टेस्ट के नाम पर 1600 रुपए से ज्यादा न वसूलें.


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उत्तर प्रदेश में कोरोना की चपेट में 66,317 लोग
उत्तर प्रदेश में 24 घंटे में कोरोना के 7042 नए मामले सामने आए हैं. गुरुवार को कोरोना के संबंध में अपनी नियमित प्रेस कॉन्फ्रेंस में उत्तर प्रदेश के अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद ने बताया कि अब राज्य में कोरोना के कुल 66,317 एक्टिव केस हैं. जबकि 2,21,506 लोग कोरोना से जंग जीत चुके हैं. प्रदेश में कोरोना से रिकवरी का प्रतिशत 75.85 चल रहा है. ACS स्वास्थ्य ने बताया कि बुधवार को प्रदेश में 1,49,311 सैंपल्स की जांच की गई, अब तक कुल 70,66,208 सैंपल्स की जांच की जा चुकी है.



क्या है RTPCR टेस्ट
पीसीआर टेस्ट शरीर की इमयुनिटी रिस्पॉन्स या एंटीबॉडी की उपस्थिति जांचने के बजाय सीधे एंटीजन का पता लगाने के लिए किया जाता है. वायरल RNA का पता लगाने से कोविड के वायरस का पता जल्द ही लगाया जा सकता है.


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