Jaipur News: 5 जून को राजस्थान की राजधानी झोटवाड़ा से ऐसी दिल दहलाने वाली खबर सामने आई, जिसे पढ़ने के बाद लोगों का सगे रिश्तों से भरोसा उठ गया. संपत्ति विवाद के चलते एक शख्स ने धारदार चाकू से भाभी और भतीजा-भतीजी पर जानलेवा हमला कर दिया. बेरहम चाचा ने 11 साल की दिव्यांशी भतीजी और 1 साल के भतीजे सूर्य प्रताप को सब्जी-गाजर की तरह काट डाला.
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Jaipur News: जयपुर के झोटवाड़ा थाना इलाके में हुई दिल दहला देने वाली वारदात को लेकर DCP वेस्ट अमित कुमार ने सोशल मीडिया पर मार्मिक पोस्ट डाली है. यहां पर सगे भाई द्वारा भाई के परिवार पर जानलेवा हमला करने का मामला सामने आया है. मासूम भतीजे–भतीजी की जान लेने और भाभी को गंभीर घायल कर हत्यारे देवर ने ट्रेन के आगे कूद आत्महत्या कर ली.
दिल को झकझोर कर रख देने वाले इस मामले में DCP वेस्ट अमित कुमार ने लिखा- यह कलयुग है, एक मां ने रामायण से प्रभावित हो अपने बच्चों का नाम रघुवीर (राम) और लक्ष्मण रखा. रघुवीर ने लक्ष्मण के परिवार की हत्या कर दी. पूरा मामला क्या है, चलिए बताते हैं.
सगे रिश्तों से भरोसा उठ गया
5 जून को राजस्थान की राजधानी झोटवाड़ा से ऐसी दिल दहलाने वाली खबर सामने आई, जिसे पढ़ने के बाद लोगों का सगे रिश्तों से भरोसा उठ गया. संपत्ति विवाद के चलते एक शख्स ने धारदार चाकू से भाभी और भतीजा-भतीजी पर जानलेवा हमला कर दिया. बेरहम चाचा ने 11 साल की दिव्यांशी भतीजी और 1 साल के भतीजे सूर्य प्रताप को सब्जी-गाजर की तरह काट डाला. यह घिनौना कृत्य करते उसके हाथ तक न कांपे. हमले में घायल भाभी शकुंतला का इलाज SMS अस्पताल में जारी है.
जिन्हें गोद खिलाता था, उन्हीं को काट डाला
रिश्तों को तार-तार कर देने वाली यह घटना झोटवाड़ा थाना इलाके के लक्ष्मी नगर की बताई जा रही है. घटना के समय आरोपी की भाभी शकुंतला अपनी 11 साल की बेटी दिव्यांशी और 1 साल के मासूम बच्चे सूर्य प्रताप के साथ मौजूद थी. उस समय शकुंतला के पति लक्ष्मण सिंह नौकरी पर गए थे. आंखों में खून सवार आरोपी रघुवीर धारदार चाकू लेकर घर में घुसते ही पहले दोनों बच्चों पर ताबड़तोड़ हमला करने लगा. दोनों का उसने बेरहमी से गला रेत दिया. फिर भाभी के पेट पर कई बार हमला कर फाड़ दिया. बेचारी भाभी हाथ जोड़कर दोनों बच्चों की जिंदगी की भीख उससे मांगती रही लेकिन उसे जरा रहम न आया. इसके बाद तीनों को खून से लतपथ हालत में छोड़ फरार हो गया.
मां ने बहुत की थी मिन्नतें
घर में चीख-पुकार होती सुन पड़ोसी पहुंचे लेकिन गेट बाहर से बंद था. गेट खोलते ही लोगों के होश उड़ गए. मां-बच्चों पर अलग-अलग कमरों में हमला किया गया था. तीनों ने जान बचाने के लिए जिंदगी से बहुत संघर्ष भी किया. बेचारी मां दोनों बच्चों को बचाने के लिए गेट तक घसीट कर लाई पर गेट बाहर से बंद था. लोगों ने तुरंत सूचना पुलिस को दी और पुलिस ने तीनों को अस्पताल पहुंचाया. यहां डॉक्टर्स ने दोनों बच्चों दिव्यांशी और सूर्य प्रताप को मृत घोषित कर दिया जबकि घायल शकुंतला की स्थिति नाजुक बनी है.
हत्यारे ने खुद भी दे दी जान
खूनी खेल खेलने के बाद हत्यारे रघुवीर ने कनकपुरा के पास ट्रेन के आगे कूद कर अपनी भी जिंदगी खत्म कर ली. बता दें कि खूनी मंजर शुरू करने से पहले हत्यारे रघुवीर ने इंस्टाग्राम पर रील अपलोड की थी और बताया था कि ये उसकी आखिरी रील है. शुरुआती छानबीन में सामने आया है कि आरोपी रघुवीर और उसके भाई लक्ष्मण के बीच में प्रॉपर्टी विवाद चल रहा था. रघुवीर की बीवी भी लंबे समय से मायके में ही रह रही थी.