उन्नाव दुष्कर्म पीड़िता ने शुक्रवार देर रात दिल्ली (Delhi) के सफदरजंग अस्पताल (Safdarjung Hospital) में दम तोड़ दिया.
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लखनऊ: कांग्रेस पार्टी की महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा (Priyanka Gandhi Vadra) शनिवार को लखनऊ से उन्नाव (Unnao) पहुंचीं. यहां प्रियंका गांधी ने उन्नाव दुष्कर्म पीड़िता (unnao rape victim) के परिजनों से मुलाकात की. बताया जा रहा है कि प्रियंका गांधी के साथ यूपी कांग्रेस के अध्यक्ष अजय लल्लू, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता प्रमोद तिवारी और जितिन प्रसाद भी उन्नाव पहुंचे हैं. प्रियंका गांधी ने पीड़िता की मौत पर परिजनों से मिलकर दुख जताया. वहीं, पीड़िता के परिजन दिल्ली से पीड़िता का शव उन्नाव आने का इंतजार कर रहे हैं.
प्रियंका गांधी वाड्रा को कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के साथ परिजनों के बीच ले जाया गया. इसके साथ ही पुलिस ने पीड़िता के परिजनों की भी सुरक्षा बढ़ा दी है. जिला प्रशासन ने गांव को छावनी में तब्दील कर दिया है. गौरतलब है कि उन्नाव दुष्कर्म पीड़िता ने शुक्रवार देर रात दिल्ली (Delhi) के सफदरजंग अस्पताल (Safdarjung Hospital) में दम तोड़ दिया. उन्नाव पीड़िता की मौत की खबर ने लोगों को गुस्से से भर दिया है. देशभर में उन्नाव पीड़िता को न्याय देने की मांग के लिए प्रदर्शन किए जा रहे हैं. प्रियंका गांधी वाड्रा (Priyanka Gandhi Vadra) ने उत्तर प्रदेश में बढ़ रहे अपराध को लेकर योगी सरकार (Yogi Government) पर निशाना साधा था.
प्रियंका गांधी वाड्रा ने उत्तर प्रदेश की योगी सरकार पर निशाना साधते हुए सिलसिलेवार दो ट्वीट किए. प्रियंका गांधी ने ट्वीट करते हुए लिखा कि मैं ईश्वर से प्रार्थना करती हूं कि उन्नाव पीड़िता के परिवार को इस दुख की घड़ी में हिम्मत दे. यह हम सबकी नाकामयाबी है कि हम उसे न्याय नहीं दे पाए. सामाजिक तौर पर हम सब दोषी हैं लेकिन, ये उत्तर प्रदेश में खोखली हो चुकी कानून व्यवस्था को भी दिखाता है.
प्रियंका ने एक अन्य ट्वीट में लिखा कि उन्नाव की पिछली घटना को ध्यान में रखते हुए सरकार द्वारा तत्काल पीड़िता को सुरक्षा क्यों नहीं दी गई. जिस अधिकारी ने उसका FIR दर्ज करने से मना किया, उस पर क्या कार्रवाई हुई. उप्र में रोज रोज महिलाओं पर जो अत्याचार हो रहा है, उसको रोकने के लिए सरकार क्या कर रही है
उन्नाव में आग के हवाले की गई दुष्कर्म पीड़िता की शुक्रवार रात दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में मौत हो गई. करीब 90 फीसदी झुलस चुकी पीड़िता को गुरुवार को एअरबस से दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल (Safdarjung Hospital) लाया गया था. अस्पताल की ओर से बताया गया कि शुक्रवार (6 दिसंबर) को रात 11:40 बजे पीड़िता ने आखिरी सांस ली.
पीड़िता को शुक्रवार रात को 11:10 बजे कार्डियक अरेस्ट आया, जिसके बाद डॉक्टरों की टीम उसे संभालने में जुट गए, लेकिन जान नहीं बचाई जा सकी. पीड़िता ने शुक्रवार सुबह में डॉक्टर से पूछा था कि क्या मैं बच जाऊंगी?' उसने अपने भाई से कहा था कि अगर उसकी मौत हो जाती है तो दोषियों को नहीं छोड़ना.
ज्ञात हो कि उन्नाव के बिहार थानाक्षेत्र के अंतर्गत आने वाले एक गांव की युवती के साथ दुष्कर्म हुआ था. इसके बाद दो नामजद आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया था. युवती इसी मामले की पैरवी के लिए गुरुवार को रायबरेली जा रही थी. गुरुवार तड़के करीब चार बजे पीड़िता रायबरेली जाने के लिए ट्रेन पकड़ने बैसवारा स्टेशन के लिए निकली थी, तभी गांव के बाहर खेत में दोनों आरोपी व उनके तीन साथियों ने उसके ऊपर पेट्रोल डालकर आग लगा दी.