Vastu Shastra: वास्तु शास्त्र के अनुसार घर की बनावट कैसी है, घर में रौशनी किस दिशा से आती है, घर के अंदर कौन कौन सी वस्तुएं रखी गयी हैं, इस एक एक चीज का सम्बन्ध वास्तु से होता है. कई बार जानकारी न होने के कारण हम कुछ ऐसी गलतियां कर देते हैं जिसके कारण जीवन भर परेशानी उठानी पड़ती है. घर की अलग अलग दिशाओं से सकारात्मक और नकारात्मक दोनों तरह की ऊर्जा निकलती है. घर की दिशाओं से अगर नकारात्मक ऊर्जा निकलती हो तो वास्तु दोष लगता है. यह वास्तु दोष किसी एक व्यक्ति पर नहीं बल्कि इन दिशाओं से निकलने वाली ऊर्जा का असर घर के सभी सदस्यों पर पड़ता है.  


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वास्तु दोष के लक्षण 
अगर घर में पढ़ने वाले का बच्चे का मन पढाई में नहीं लगता या बार बार पढाई में बाधाएं आती हैं तो  घर के पश्चिमी दिशा से वास्तु दोष हो सकता हैं. यदि घर का मुख्य द्वार पश्चिम दिशा में हो या घर का पश्चिम का हिस्सा नीचे की तरफ झुका हो तो पढ़ने वाले बच्चों को बहुत मुश्किलों का सामना करना पड़ता हैं. 


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वास्‍तुशास्‍त्र के अनुसार अगर  घर के सदस्यों की आर्थिक स्थिति खराब होने लगती है लगातार घर में रहने वाले सदस्यों को धन का अभाव झेलना पड़ता है तो इसका एक कारण ये हो सकता हैं की घर की पूर्व दिशा की तरफ छत का कोना नीचे झुका हुआ हो .अगर घर की पूर्व दिशा में दोष हो तो घर के सदस्यों को पेट संबंधी परेशानी का सामना करना पड़ता हैं और बहुत सा धन इलाज में खर्च होता हैं. 
अगर  घर में बरामदे की ढलान पश्चिम दिशा की तरफ हो इसका खामियाजा परिवार के मुखिया को भुगतना पड़ता है. उन्हें कई तरह की बीमारियों से गुजरना पड़ सकता है. 


ऐसे करें निवारण 
पूर्व दिशा का वास्तु दोष समाप्त करने के लिए इस तरफ की दीवार पर सूर्य यंत्र स्‍थाप‍ित करना चाहिए. वहीं घर के पश्चिम दिशा का वास्तु दोष खत्म करने के लिए घर की पश्चिमी दीवार पर वरुण यंत्र लगाना चाह‍िए. घर में पश्चिम की ओर अशोक का वृक्ष लगाने से भी वास्तु दोष दूर होते हैं. घर की दिशा सम्बन्धी वास्तु दोष से बचने के लिए पूजा घर में श्री हनुमतयंत्र स्थापित करना चाह‍िए.