Baisakhi 2024: धार्मिक मान्यता है कि बैसाखी के दिन अगर सूर्य पूजा की जाए तो इसके कई लाभ होते हैं. सूर्य का प्रभाव इस दिन अधिक होता है. विधि-विधान से पूजा पाठ करने से शुभ फल की प्राप्ति भी होती है. आइए इस बारे में विस्तार से जानें.
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Baisakhi 2024: बैसाखी भारत के प्रमुख त्योहारों में गिना जाता है जोकि एक वसंत फसल पर्व है और हर साल 13 या 14 अप्रैल को इसे बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता है. वैसे साल 2024 यानी इस साल की बात करें तो 13 अप्रैल को बैसाखी का पर्व मनाया जाएगा. सिख समुदाय के लोग के लिए नए साल की शुरूआत इसी दिन से होता हैय गुरुद्वारों को इस दिन सजाया जाता है और संगत में लोग भजन-कीर्तन करते हैं और मांगलिक कार्यक्रमों का आयोजन भी किया जाता है.
सूर्य से जुड़े शुभ फलों की प्राप्ति
बैसाखी को सुख-समृद्धि के पर्व के रूप में मनाया जाता है. वैशाख माह में फसलें पक जाती हैं और उनकी कटाई शुरू हो जाती है. इस दिन सूर्य का असर अन्य दिनों की अपेक्षा अधिक होता है, ऐसे में बैसाखी पर सूर्य पूजा करने का विशेष महत्व बताया गया है. हिंदू मान्यता है कि बैसाखी के दिन सूर्यदेव की साधना करने पर सौभाग्य और आरोग्य शरीर की प्राप्ति होती है. ज्योतिष की मानें तो बैसाखी पर मेष राशि में सूर्य देवता प्रवेश करते हैं तब से सौर वर्ष शुरू होता है. इस दिन सूर्यदेव से जुड़ी पूजा की जाती है और उपाय भी किए जाते हैं. इससे जातक की कुंडली में सूर्य से जुड़े शुभ फलों की प्राप्ति होती है.
बैसाखी का धार्मिक महत्व
मान्यता है कि बैसाखी पर्व के दिन ही सिखों के दसवें गुरु माने जाने वाले गुरु गोविन्द सिंह ने खालसा पंथ की शुरुआत की थी. इस विशेष दिन सिख धर्म से जुड़े लोग गुरुद्वारे जाते हैं और गुरु ग्रंथ साहिब के सामने मत्था टेकते हैं. इस विशेष दिन से ही फसलों की कटाई भी शुरु होती है. माना जाता है कि जो भी व्यक्ति अपनी नई फसल से कुछ अनाज दान करता हैं उनका धन का भंडार हमेशा भरा रहता है. सूर्य साधना के लिए इस दिन अत्यंत ही शुभ और फलदायी माना गया है.
बैसाखी से जुड़े उपाय
बैसाखी के दिन पवित्र नदी में स्नान करें, इससे जीवन के सभी पाप धुलते है और शरीर निरोगी होता है.
बैसाखी के दिन नदी में स्नान और दान करने से पुण्य फल प्राप्त होता है. इस पर्व पर गंगा स्नान से भी बहुत लाभ होता है. स्नान के बाद नई फसल से अनाज का जरूरतमंद व्यक्ति को दान देना भी जीवन के दुखों को काटता है.
धार्मिक मान्यता है कि जीवन में सुख-सौभाग्य पाने के लिए बैसाखी के दिन आटे का दिया बनाएं और उसमें बाती जालाएं इससे शुभ फल की प्राप्ति होती है.
सूर्य देव को बैसाखी के दिन अर्घ्य देने से बहुत लाभ होता है. कोशिश करना चाहिए कि सुबह जल्दी उठें और स्नान करें फिर सूर्यदेव को अर्घ्य अर्पित करें.
डिस्क्लेमर: यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ से परामर्श करें. zeeupuk इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.