According To Vastu Shastra: वास्तु शास्त्र के अनुसार कुछ गलतियों का खामियाजा परिवार के प्रत्येक सदस्य को भुगतना पड़ता है. वास्तु के नियम घर में रहने वाले प्रत्येक सदस्य को प्रभावित करते हैं. अगर घर का वास्तु अच्छा हो तो घर में हमेशा खुशहाली रहती है सभी सदस्य स्वस्थ रहकर अपने अपने काम या पढाई लिखाई में तरक्की करते हैं. और अगर घर में वास्तु दोष हो तो कोई न कोई सदस्य बीमार रहता है, बेवजह कलेश होता है और आर्थिक तंगी बढ़ती है.  ये हैं वो जरुरी बातें जिनका ध्यान रखने से घर का वास्तु ठीक रहता है.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

खम्बा - घर के मुख्य द्वार के ठीक सामने सूखा पेड़ या खम्बा होने से बच्चे बीमार रहते हैं. इसलिए घर बनाते समय ध्यान दें कि इस तरह की कोई रुकावट न हो. अगर ऐसा है तो खम्बा या पेड़ हटाया जा सकता है तो उसे हटा दें. 


शौचालय - घर की पवित्र दिशा ईशान कोण में शौचालय बनाना घर में कंगाली लाता है..इसके अलावा इस बात का भी ध्यान रखें कि शौचालय के ऊपर कोई सीढ़ी न हो. इससे भी वास्तु दोष लगता है.  


शीशा - बेड के सामने शीशा दांपत्य जीवन में तनाव और कलेश पैदा करता है. शीशा गन्दा या आढा तिरछा भी नहीं होना चाहिए. घर में केवल आयताकार या वर्गाकार शीशा रखें. टूटा आइना घर में रखना अशुभ होता है. 


जूते चप्पल - मुख्य द्वार पर अस्त व्यस्त जूते चप्पल गरीबी लाते हैं. पुराने और कभी इस्तेमाल न होने वाले जूते चप्पलों को घर में जमा करके रखने से कुंडली का शनि खराब होता है. 


सोने की दिशा - उत्तर दिशा की ओर सिर करके सोने से दिल की बीमारी और सिर दर्द की बीमारी होती है.  यह बात वैज्ञानिक तौर पर भी सिद्ध हो चुकी है. इसलिए सिरहाना कभी गलत दिशा में न रखें. 


ये खबर भी पढ़ें- Good Sexual Health: सर्दियों में जरूर खाएं ये चीज, मर्दाना ताकत बढ़ने के साथ हड्डियां भी होंगी मजबूत


दरवाजा - खोलते बंद करते समय दरवाजा आवाज करते हैं तो घर में मानसिक तनाव बढ़ता है.  दरवाजों के जोड़ों पर तेल या ग्रीस डालते रहें. हमारे पूर्वज कहते थे जिस घर के दरवाजे रोते हैं वहां रहने वालों को भी रोना पड़ता है. 


रसोई- खाना बनाते समय दक्षिण दिशा की ओर मुंह होना घर में बीमारियां लाता है. इसलिए चूल्हा कभी भी दक्षिण दिशा की ओर न रखें. 


सीढ़ियां - घर के बीचोंबीच निकली सीढ़ियां परिवार की तरक्की रोक देती हैं. घर की पूर्व दिशा से नकली हुई सीढ़ी उत्तम मानी जाती हैं.


Disclaimer: यहां दी गई सभी जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं. Zeeupuk इस बारे में किसी तरह की कोई पुष्टि नहीं करता है. इसे सामान्य जनरुचि को ध्यान में रखकर यहां प्रस्तुत किया गया है.


Watch: बागेश्वर धाम सरकार ने बताया- सपने में पूर्वज और अपने ईष्टदेव को देखने का क्या मतलब