Vastu Tips: बिजनेस में हानि, परिवार में बीमारी, कहीं घर में रखा शीशा तो नहीं जिम्मेदार! जानें वास्तु से जुड़े नियम
Vastu Tips: घर में मौजूद हर वस्तु में ऊर्जा होती है किसी चीज में सकारात्मक तो किसी में नकारात्मक (Negative). लेकिन सकारात्मक रिजल्ट पाने के लिए उन चीजों का सही जगह पर होना बहुत जरुरी है, ऐसा करने से घर में खुशियों का वास होता है. वास्तु शास्त्र के हिसाब से घर को सजाने पर घर में सुख शांति का वास होता है.
Vastu Tips for Mirror
हम सभी के जीवन में वास्तु शास्त्र की अहम भूमिका है. घर या ऑफिस में वास्तु के नियमों (Vastu Rules) का पालन करना बहुत जरुरी माना गया है.भवन निर्माण से लेकर उसमें रखी सभी चीजों को वास्तु के अनुसार रखना चाहिए. ऐसा करने से घर वास्तु दोष से मुक्त रहता है. इसके साथ ही पारिवारिक समस्याओं में भी कमी आती हैं.
वास्तु दोष से परेशानी
इसके नियमों का पालन करने पर व्यक्ति को शुभ परिणाम की मिलते हैं और जीवन सुखी होता है. वास्तु दोष होने पर बने बनाए कार्य भी बिगड़ने लगते हैं. आपको बता दें वास्तु शास्त्र में घर की सभी दिशाओं का भलिभांति जिक्र है, इनके अनुसार चीजों को रखने से ऊर्जा का संचार होता है.
वास्तु में शीशे का महत्व
घर के वास्तु में शीशे की भी अहम भूमिका होती है.वास्तु शास्त्र में इस बात का जिक्र किया गया है कि शीशा घर में कहा होना चाहिए. जब भी घऱ में शीशा लगवाएं तो दिशा को ध्यान में जरूर रखें. इस बात का खास ख्याल रखना चाहिए की घर में शीशा लगाने के लिए उत्तर या पूर्व दिशा को चुनें.वास्तु के अनुसार शीशा लगाने के लिए इस दिशा को उपयुक्त माना गया है.
उत्तर या पूर्व दिशा
वास्तु शास्त्र में उत्तर या पूर्व दिशा को सकारात्मक ऊर्जा का केंद्र माना गया है. इस डारेक्शन को धन के देवता कुबेर की दिशा माना जाता है. इसीलिए इस दिशा में शीशा लगाने से घर में पैसा आने लगता है.
इस दिशा में दिखे चेहरा
वास्तु अनुसार घर में उत्तर या पूर्व दिशा में शीशा लगाएंगे तो इससे घर में शांति का वास होता है. लेकिन इसमें इस बात का खास ख्याल रखना है कि उत्तर या पूर्व दिशा (North or East Direction) से अर्थ है कि शीशा इस तरह लगाना चाहिए कि देखने वाले का चेहरा पूर्व या उत्तर की तरफ रहे.
परेशानी का कारण
अगर वास्तु के हिसाब से शीशा नहीं लगा है तो आपके लिए परेशानी का सबब बन सकता है. घर में गलत जगह लगाया गया शीशा आपके भाग्य को खराब कर सकता है. इसीलिए शीशा लगाने से पहले इन सभी नियमों का पालन जरुर करें.
किस तरह का शीशा लगाना चाहिए
अगर घर में आप भी उत्तर या पूर्व दिशा में शीशा लगा रहे हैं तो गोल शीशा लगा सकते हैं. गोल शीशा वास्तु में उत्तम बताया गया है. आप घर उत्तर या पूर्व दिशा में राउंड शेप का मिरर लगा सकते हैं. अब इस बात को भी जान लें कि कहां पर शीशा नहीं लगाना चाहिए.
कहां नहीं लगाना चाहिए शीशा
वास्तु शास्त्र के अनुसार घर में शीश आपके बेडरूम में एकदम सामने नहीं होना चाहिए. वास्तु नियम के अनुसार सुबह उठते ही शीशे के दर्शन करना शुभ नहीं माना जाता है. इसलिए बिस्तर के ठीक सामने शीशा लगाने से बचें.
टूटा और गंदा न हो शीशा
घर में शीशा लगाते समय या खरीदते समय इस बात का ख्याल रखें कि शीशा साफ हो, टूटा हुआ शीशा नहीं लगाना चाहिए. टूटा हुआ शीशा शुभ नहीं माना जाता है. घर में शीशा गंदा होने से परिवार के सदस्य तरक्की नहीं कर पाते.
पश्चिम या दक्षिण (West or South) की दीवार
वास्तु शास्त्र के अनुसार शीशा कभी भी पश्चिम या दक्षिण की दीवार पर नहीं लगाना चाहिए. इस दिशा में शीशा लगाने से घर में अशांति बनी रहती है. किचन या रसोई घर के ठीक सामने शीशा नहीं लगाना चाहिए. किचन के अंदर भी शीशा नहीं होना चाहिए. ऐसा करने से घर के लोगों की हेल्थ प्रभावित होती है.
डिस्क्लेमर
यहां मुहैया सूचना सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. यहां यह बताना जरूरी है कि ZEE UPUK किसी भी तरह की मान्यता, जानकारी की पुष्टि नहीं करता है. किसी भी जानकारी या मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें.