Bhaum Pradosh Vrat 2024: हिंदू धर्म में प्रदोष व्रत का विशेष महत्व है. प्रदोष व्रत से आरोग्य का वरदान मिलता है और घर में खुशहाली आती है. इस दिन भगवान शिव की कृपा पाने के लिए और प्रसन्न करने लिए लोग विधि-विधान से पूजा करते हैं. आइए जानते हैं इस दिन क्या करना चाहिए औऱ क्या नहीं.
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Pradosh Vrat 2024: सनातन धर्म में प्रदोष व्रत को उत्तम माना गया है. प्रदोष व्रत शिव पूजा के लिए बहुत महत्वपूर्ण है. इसके प्रताप से सारे दुख दूर होते हैं. हर महीने में कृष्ण और शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी तिथि को प्रदोष व्रत होता है. ऐसी मान्यता है कि इस दिन भगवान शिव और मां पार्वती की पूजा-अर्चना करने से साधक की सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं. कहते हैं प्रदोष व्रत से आरोग्य का वरदान मिलता है और घर में खुशहाली आती है. प्रदोष व्रत के दिन कुछ कार्यों को करने से बचना चाहिए. आइए जानते हैं प्रदोष व्रत के दिन क्या करें और क्या न करें?
कब है जनवरी का दूसरा प्रदोष व्रत
पौष माह के शुक्ल पक्ष का प्रदोष व्रत 23 जनवरी 2024, मंगलवार को है. मंगलवार के दिन त्रयोदशी तिथि होने से ये भौम प्रदोष व्रत होगा. कर्ज से मुक्ति के लिए भौम प्रदोष व्रत की खास मान्यता है. इस माह का पहला प्रदोष व्रत बीती 9 जनवरी के दिन रखा गया था.
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प्रदोष व्रत के दिन क्या करें
प्रदोष व्रत के दिन देवों के देव महादेव और मां पार्वती की विधिपूर्वक पूजा-अर्चना करें. पूजा में केसर वाले दूध से शिवलिंग का अभिषेक कर सकते हैं. शिवलिंग पर श्वेत चंदन लगाकर बेलपत्र, फूलों की माला और भांग अर्पित करें. बेलपत्र के पेड़ में जल चढ़ाएं. व्रत का संकल्प लें. पूजा के दौरान आरती और शिव चालीसा का पाठ करें. फिर इसके बाद शिव जी और मां पार्वती को खीर, फल और मिठाई का भोग लगाएं. गरीबों को अपनी श्रद्धा अनुसार गर्म कपड़ों और धन का दान करें. इस दिन भजन कीर्तन करना शुभ होता है. मंगलवार के दिन पड़ने के चलते इस दिन बजरंगबली की पूजा भी कर सकते हैं. इससे मंगल दोष भी दूर होता है. भौम प्रदोष के दिन सुबह हनुमान जी को चोला चढ़ाएं, चमले के तेल का दीपक लगाकर हनुमान चालीसा का पाठ करें.
भौम प्रदोष के दिन स्नान के बाद सफेद या नारंगी रंग के कपड़े पहनें.
प्रदोष व्रत के दिन क्या नहीं करें?
प्रदोष व्रत के दिन बुजुर्गों और महिलाओं का अपमान नहीं करें. किसी से बातचीत के दौरान अभद्र भाषा का प्रयोग न करें. इस दिन तामसिक भोजन का सेवन और किसी भी तरह का कोई नशा न करें. धार्मिक मान्यता के अनुसार, प्रदोष व्रत करने वाले साधक को काले रंग के कपड़े नहीं पहनने चाहिए. ये अशुभ माना जाता है. पूजा के दौरान भगवान भोले को नारियल का जल, कुमकुम और तुलसी दल नहीं चढ़ाएं.
Disclaimer: यहां दी गई सभी जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं. Zeeupuk इस बारे में किसी तरह की कोई पुष्टि नहीं करता है. इसे सामान्य जनरुचि को ध्यान में रखकर यहां प्रस्तुत किया गया है.