Magh Purnima 2024: हिंदू धर्म में हर माह में पड़ने वाली पूर्णिमा तिथि का खास महत्व होता है. यह शुक्ल पक्ष की अंतिम तिथि होती है. सभी पूर्णिमा की तिथियों में माघ की पूर्णिमा को विशेष दर्जा दिया गया है. इस दिन लोग पवित्र नदियों में स्नान करते हैं. इसके साथ ही दान करते हैं और व्रत रखते हैं. मान्यता है कि इस दिन पवित्र नदी में आस्था की डुबकी लगाने और दान करने से व्यक्ति को पुण्य की प्राप्ति होती है. इस दिन दान करने से धन की देवी मां लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं. ऐसे में आइये जानते हैं इस दिन किन चीजों का दान करना फलदायी होता है. 


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माघ पूर्णिमा 2024 कब है?
इस बार माघ पूर्णिमा का स्नान और दान 24 फरवरी 2024, दिन शनिवार को है. 
माघ पूर्णिमा तिथि प्रारम्भ: फरवरी 23, 2024 को 03:33 पीएम बजे
माघ पूर्णिमा तिथि समाप्त: फरवरी फरवरी 24, 2024 को 05:59 पीएम बजे
माघ पूर्णिमा 2023 सूर्योदय: प्रात: 06:52 बजे 
माघ पूर्णिमा 2023 सूर्यास्त: शाम 06:17 बजे 


माघ पूर्णिमा 2024 शुभ मुहूर्त
ब्रह्म मुहूर्त: 05:11 एएम से 06:02 एएम 
प्रातः सन्ध्या: 05:36 ए एम से 06:52 ए एम
अभिजित मुहूर्त: 12:12 पीएम से 12:57 पीएम 
विजय मुहूर्त: 02:29 पीएम से 03:14 पीएम
गोधूलि मुहूर्त: 06:15 पीएम से 06:40 पीएम 
सायाह्न सन्ध्या: 06:17 पीएम से 07:33 पीएम
अमृत काल: 07:39 पीएम से 09:27 पीएम 
निशिता मुहूर्त: 25 फरवरी 12:09 एएम, से 12:59 एएम तक 


माघ पूर्णिमा के दिन इन चीजों का करें दान 
माघ पूर्णिमा पर दान करने का बड़ा महत्व है. इस दिन गोदान, तिल, गुड़ और कंबल दान करना अच्छा माना गया है. इसके अलावा वस्त्र, गुड़, घी, कपास, लड्डू, फल, अन्न आदि चीजों का दान भी किया जा सकता है. 
इस दिन आप दक्षिणा का दान भी कर सकते हैं. मान्यता है कि ऐसा करने से दक्षिणा का पुण्य कई गुना होकर वापस मिलता है. 
इस दिन कन्याओं को खीर खिलाना शुभ माना जाता है. ऐसा करने से मां लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं और धन का लाभ मिलता है. 


माघ पूर्णिमा पर इन मंत्रों का करें जाप 


भगवान विष्णु के मंत्र 
1. ॐ नमोः नारायणाय।।
2. ॐ नमोः भगवते वासुदेवाय।।
3. ॐ श्री विष्णवे च विद्महे वासुदेवाय धीमहि। तन्नो विष्णुः प्रचोदयात्।।
4. शान्ताकारम् भुजगशयनम् पद्मनाभम् सुरेशम्
विश्वाधारम् गगनसदृशम् मेघवर्णम् शुभाङ्गम्।
लक्ष्मीकान्तम् कमलनयनम् योगिभिर्ध्यानगम्यम्
वन्दे विष्णुम् भवभयहरम् सर्वलोकैकनाथम्।।
5. मङ्गलम् भगवान विष्णुः, मङ्गलम् गरुणध्वजः।
मङ्गलम् पुण्डरी काक्षः, मङ्गलाय तनो हरिः।।


माता लक्ष्मी मंत्र  
1. ॐ ह्रीं श्रीं लक्ष्मीभयो नमः।।
2. ॐ श्रीं ह्रीं श्रीं कमले कमलालये प्रसीद प्रसीद।
ॐ श्रीं ह्रीं श्रीं महालक्ष्मयै नम:।।
3. ॐ श्री महालक्ष्म्यै च विद्महे विष्णु पत्न्यै च धीमहि, तन्नो लक्ष्मी प्रचोदयात् ॐ।।


Disclaimer: इस लेख में दी गई जानकारी/सामग्री/गणना की प्रामाणिकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है.  सूचना के विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/धार्मिक मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संकलित करके यह सूचना आप तक पहुंचाई गई हैं. हमारा उद्देश्य सिर्फ सूचना पहुंचाना है. इसके अतिरिक्त इसके किसी भी तरह से उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता या पाठक की ही होगी. ZEE UPUK इसकी जिम्मेदारी नहीं लेगा. 


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