Gorakhpur Famous Devi Temple: शारदीय नवरात्रि की शुरुआत 3 अक्टूबर यानी आज से हो रही है. नवरात्रि के नौ दिनों में लोग मां दुर्गा के अलग-अलग नौ रूपों की पूजा करके व्रत रखते हैं. इस दौरान माता रानी के मंदिरों में भक्तों में तांता लगा रहता है. माता रानी के सभी मंदिर किसी न किसी मान्यता या परंपरा की वजह से प्रसिद्ध होते हैं लेकिन उत्तर प्रदेश के गोरखपुर में ऐसा अनोखा मंदिर है. जहां भक्त मां दुर्गा को प्रसन्न करने के लिए पेड़े-लड्डू नहीं बल्कि रक्त चढ़ाते हैं. ये परंपरा वर्षों से चली आ रही है. 


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बांसगांव में है मां दु्र्गा का मंदिर
मां दुर्गा का ये मंदिर बांसगांव में स्थित है. बताया जाता है कि यहां 3 सौ साल से ज्यादा समय से माता रानी को रक्त चढ़ाने की परंपरा चली आ रही है. इस रिवाज को क्षत्रियों के श्रीनेत वंश के लोग निभाते हैं. माता रानी के भक्तों का मानना है कि सच्चे मन से इस मंदिर में आशीर्वाद लेने वाले की मनोकामनाएं पूरी होती हैं. यहां 12 दिन के नवजात से लेकर 100 साल के बुजुर्ग के भक्त रक्त चढ़ाते हैं. 


अष्टमी पर लगता है भव्य मेला
रक्त चढ़ाने की ये परंपरा निभाने के लिए प्रदेश ही नहीं देशभर से भक्त आते हैं. नवमी के दिन मां दुर्गा को रक्त अर्पित किया जाता है. इसके बाद आशीर्वाद के तौर पर माता रानी के चरणों से भभूत लेकर माथे पर लगाते हैं. इस मंदिर में अष्टमी के दिन मां दुर्गा की विशेष पूजा अर्चना की जाती है. साथ ही भव्य मेला लगता है. मंदिर के गर्भगृह में हवन पूजन के बाद इसे भक्तों के लिए खोला जाता है. भक्त पूजा अर्चना के साथ मेले का आनंद उठाते हैं.


Disclaimer: यहां दी गई सभी जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं,वास्तुशास्त्र पर आधारित हैं. Zeeupuk इस बारे में किसी तरह की कोई पुष्टि नहीं करता है. इसे सामान्य जनरुचि को ध्यान में रखकर यहां प्रस्तुत किया गया है.


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