शादी के बाद दुल्हन के लिए ये है सबसे बड़ी और पहली रस्म, निभा ली तो हो जाएंगी ससुराल की लाड़ली
Dulhan ki pehli rasoi: शादी के बाद जब लड़की ससुराल जाती हैं तो उसके लिए सब कुछ नया होता है. शुरुआत के दिन तो रस्मों और रीति-रिवाजों में निकल जाते हैं फिर बारी आती है पहली रसोई कीशादी के बाद ससुराल में हर लड़की को पहली बार मीठा ही बनाना पड़ता है. धार्मिक मान्यताओं के अनुसार यदि मीठे से किसी काम की शुरुआत की जाए तो घर में सुख समृद्धि बनी रहती है.
भारतीय रस्में
दुनिया में विवाह से जुड़े कई तरह की रीति रिवाज़ होते हैं, और हर रिवाज़ का अपना महत्व भी होता है. प्रान्तों और धर्मों के हिसाब से शादी से जुड़े कई दिलचस्प रिवाज़ जानने को मिलते हैं. ये रिवाज़ बहुत दिलचस्प होते हैं, लेकिन कुछ रिवाज़ ऐसे भी होते हैं. जो हर जगह एक जैसे ही रहते हैं. इन्हीं रिवाजों में से एक है. शादी के बाद दुल्हन की पहली रसोई. आइए जानते हैं कि पहली रसोई दुल्हन के लिए क्यों खास है.
शादी की रस्में
शादी के बाद दुल्हन जब ससुराल आती है तो अनेकों रस्मों के साथ ही एक रस्म बहू की पहली रसोई की भी होती है जिसमें बहू अपने हाथों से ससुराल के सदस्यों के लिए खाना बनाती है.यह एक पारंपरिक भारतीय रस्म है, जिसमें नई दुल्हन अपने ससुराल में पहली बार रसोई में खाना बनाती है.
शादी के बाद की पहली रसोई
यह रस्म आमतौर पर विवाह के बाद कुछ दिनों में आयोजित की जाती है. इस रस्म में, दुल्हन को पूरे परिवार के लिए मीठा बनाना होता है. मीठा खाने के बाद, ससुराल वाले नई बहू को शगुन देते हैं.
परिवार के लिए भोजन
इस रस्म में, नई दुल्हन को रसोई में ले जाया जाता है और उसे खाना बनाने के लिए आवश्यक सामग्री दी जाती है. वह अपने पति और सास-ससुर के साथ मिलकर खाना बनाती है और फिर परिवार के साथ भोजन करती है.
क्यों निभाई जाती है ये रस्म
यह रस्म नई दुल्हन को अपने नए परिवार के साथ जुड़ने और अपनी नई जिम्मेदारियों को समझने में मदद करती है. यह रस्म पारंपरिक रूप से बहुत महत्वपूर्ण मानी जाती है.इसे बहुत ही शुभ माना जाता है.
कुछ खास बातें
जब दुल्हन ससुराल में कदम रखती है तो पहली रसोई उसके लिए काफी अहमियत रखती हैं. आइए जानते हैं रस्म से जुड़ी कुछ खास बातें..
घर में सुख-समृद्धि
धार्मिक मान्यताओं के मुताबिक, दुल्हन के द्वारा रसोई में मीठे से काम शुरू करने से घर में सुख-समृद्धि बनी रहती है.
क्या बनाते हैं...
घर की नई बहू को परिवार के लोगों के लिए पहली रसोई की शुरुआत करते हुए मीठा बनाना होता है. इसका एक कारण ज्योतिष गणना से भी जुड़ा हुआ है. असल में ग्रहों का सम्बंध घर में मौजूद प्रत्येक वस्तु से होता है.
बुध और सूर्य ग्रह के साथ संबंध
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार स्वाद में मीठी वस्तु का संबंध बुध और सूर्य ग्रह के साथ माना जाता है. ऐसे में जब घर की नई दुल्हन अपने ससुराल में पहली रसोई बनाते हुए मीठे से शुरुआत करती है. तो ग्रह शांत रहते हैं.
नवदंपति के जीवन में शुभ परिणाम
बुध और सूर्य ग्रह नवदंपति के जीवन में शुभ परिणाम लाते हैं और वैवाहिक तालमेल सुखद बनाते हैं. बुध और सूर्य ग्रह के शुभ प्रभाव से पति, पत्नी का जीवन समृद्धि और संपन्नता से भरा रहता है.
डिस्क्लेमर
यहां बताई गई सारी बातें धार्मिक मान्यताओं पर आधारित हैं.कंटेंट का उद्देश्य मात्र आपको बेहतर सलाह देना है. इसकी विषय सामग्री और एआई द्वारा काल्पनिक चित्रण का जी यूपीयूके हूबहू समान होने का दावा या पुष्टि नहीं करता. इस संदर्भ में हम किसी प्रकार का कोई दावा नहीं करते हैं.