Diwali Pujan Samagri List: दिवाली की पूजा में बहुत सी चीजों का उपयोग किया जाता है. कईं बार ऐसा होता है कि जल्दबाजी में कुछ न कुछ छूट ही जाता है. इसलिए इस बार पहले ही पूजन सामग्री की पूरी लिस्ट तैयार कर लें ताकि कुछ भी छूट न पाए.
Diwali Laxmi Puja Samagri List in hindi: दिवाली का त्योहार देशभर में बड़ी धूमधाम और उमंग के साथ मनाया जाता है. इस पर्व को सुख समृद्धि का प्रतीक माना गया है. इस दिन दीपक जलाकर लोग अंधकार को दूर करते हैं और जीवन में प्रकाश लाते हैं
दिवाली की रात धन की देवी मां लक्ष्मी और भगवान गणेश जी की पूजा की जाती है. मान्यता है कि रोशनी के इस पर्व में देवी लक्ष्मी और गणेश जी की विधि- विधान से पूजा करने व्यक्ति की सभी इच्छाएं पूरी होती हैं.
इस साल दिवाली का पावन पर्व 31 अक्टूबर को मनाया जाएगा. हम आपको अपने इस लेख द्वारा दिवाली पूजन सामग्री की लिस्ट बता रहे हैं जिससे कोई भी पूजा की सामग्री रह न जाए.
प्रतिमा या तस्वीर कुछ स्थानों पर दीपावली पर देवी लक्ष्मी की प्रतिमा की पूजा होती है तो कहीं चित्रों कीहोती है. आप अपनी परंपरा के अनुसार, दोनों में से कोई भी एक ला सकते हैं.
पूजा में मुख्य रूप से कलावा, (पूजा का धागा) शहद, गाय का दूध, दही, गंगाजल, गुड़, रोली, चावल, कुमुकम, चंदन, सिंदूर, पान, सुपारी, अबीर, गुलाल, कपूर, अगरबत्ती, नारियल, लौंग, इलायची रूई ये सभी चीजें होना चाहिए.
दिवाली की पूजा में दीपक भी बहुत जरूरी है. इनकी संख्या आप अपनी इच्छा से बढ़ा सकते हैं, लेकिन कम से कम 5 दीपक जरूर जलाएं. ध्यान रखें दीपक की संख्या 11, 21 और 31 के अनुपात में होना जरूरी है.
देवी को इस दिन कुछ तरह के भोग लगाए जाते हैं. इस दिन माता को भोग लगाने के लिए पंचामृत, मौसमी फल, गाय के दूध से बनी खीर, खील बताशे, गन्ना आदि भी शामिल करें. ये सभी चीजें पहले से लाकर रख लें ताकि पूजा के समय दौड़-भाग न करनी पड़े.
इन चीजों के अलावा तांबे का कलश, कमल गट्टे की माला, जनेऊ, इत्र, पूजा की चौकी, चांदी का सिक्का, शंख, आसन, थाली, बैठने के लिए आसन आम के पत्ते भी अपनी लिस्ट में शामिल करें.
अगर संभव हो तो जिस आसन पर बैठे वो नया होना चाहिए. पूजा के दौरान पहने जाने वाले कपड़े भी साफ हो तो देवी लक्ष्मी की कृपा आपके ऊपर बनी रहेगी.
दिवाली की शाम लक्ष्मी और भगवान गणेश की पूजा विधि विधान से की जाती है. इस दिन शाम को 6 बजकर 27 मिनट से रात 8 बजकर 32 मिनट तक पूजा का शुभ मुहूर्त है. वही दिवाली पर पूजा का निशिता मुहूर्त रात में 11 बजकर 39 मिनट से देर रात 12 बजकर 31 मिनट तक है.
यहां बताई गई सारी बातें धार्मिक मान्यताओं पर आधारित हैं. इसकी विषय सामग्री और एआई द्वारा काल्पनिक चित्रण का जी यूपीयूके हूबहू समान होने का दावा या पुष्टि नहीं करता.