Ganga Dussehra 2024: हिंदू धर्म में महत्वपूर्ण त्योहारों में से एक "गंगा दशहरा" है. इस दिन गंगा नदी की पूजा होती है जिसे हिन्दू माह ज्येष्ठ में मनाते हैं.
मान्यता है गंगा दशहरा पर अगर गंगा स्नान के समय कुछ दुर्लभ मंत्रों को पूरे जापें तो पितृदोष से मुक्ति मिलती है और जीवन की परेशानियां दूर होती हैं.
गंगा जी का मंत्र हैं- गंगा गंगेति यो ब्रूयात, योजनानाम् शतैरपि। मुच्यते सर्वपापेभ्यो, विष्णुलोके स गच्छति. -
गंगा जी को मोक्षदायिनी माना गया है. उनके मंत्रों का जाप सीधा मोक्ष का रास्ता खोल देता है.
गंगा दशहरा पर गंगा जी में स्नान करना शुभ होता है और उन पर शिव जी की कृपा होती है. अगर उनके उपर दिए इस मंत्र के जाप के साथ गंगा स्नान करें को शउभ होगा.
ॐ नमो गंगायै विश्वरुपिणी नारायणी नमो नम:।। - गंगा मईया इस मंत्र का बहुत ताप है, यह मंत्रा अति शक्तिशाली है.
गंगा स्नान के समय अगर इस मंत्र को 3 बार गंगा में डूबकी लगाते समय जाप करें तो लाभ होगा. सात जन्मों के पाप कटेंगे और स्वर्ग प्राप्त होता है.
ॐ पितृगणाय विद्महे जगत धारिणी धीमहि तन्नो पितृो प्रचोदयात्। - अगर गंगा दशहरा पर गंगा स्नान के बाद इस मंत्र का जाप करें तो पितरों की शांति होती है और तर्पण से लाभ होता है.
कहते हैं गंगाजल व तिल हाथ में लेकर तर्पण करें तो पितरों की आत्मा तृप्त होती है, पितृदोष से मुक्ति मिलती है.
गंगे च यमुने चैव गोदावरी सरस्वती। नर्मदे सिन्धु कावेरी जले अस्मिन् सन्निधिम् कुरु।। - अगर गंगा दशहरा के दिन गंगा में स्नान करते समय इस मंत्र को जपें तो नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है, सफलता मिलती है.
गंगां वारि मनोहारि मुरारिचरणच्युतं । त्रिपुरारिशिरश्चारि पापहारि पुनातु मां ।।- मानसिक तनाव से मुक्ति के लिए गंगा स्नान के समय अगर इस मंत्र का जाप करें तो लाभ होता है.
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