Advertisement
trendingPhotos/india/up-uttarakhand/uputtarakhand2343185
photoDetails0hindi

Sawan Vastu Niyam: सावन में भूलकर भी घर न लाएं शिवजी की ऐसी मूर्ति, जरा सी गलती पड़ सकती है भारी

Sawan 2024: श्रावण माह में शिव भक्त उनकी कृपा और आशीर्वाद पाने के लिए विशेष पूजा-आराधना करते हैं. 


 



 

 

कैसी हों मूर्तियां

1/10
कैसी हों मूर्तियां

घर के अंदर शिवजी के स्थान और मंदिर की सजावट भी काफी अहम हो जाती है. वास्तु के अनुसार मूर्तियां कैसी होनी चाहिए इसका ध्यान जरूर रखना चाहिए.

 

भगवान शिव की मूर्ति या तस्वीर

2/10
भगवान शिव की मूर्ति या तस्वीर

सावन के महीने में शिव जी की पूजा की जाती है. ये माह भगवान शिव को प्रिय है. वास्तु के अनुसार, सावन माह में भगवान शिव की मूर्ति या तस्वीर लाएं तो वास्तु का ध्यान रखें. 

 

वास्तु नियम

3/10
वास्तु नियम

वास्तु के अनुसार मूर्ति और तस्वीर का चयन करने से घर में पॉजिटिव ऊर्जा बनी रहती है और परिवार में सुख-शांति का वास होता है.

 

शिवजी की कैसी मूर्ति

4/10
 शिवजी की कैसी मूर्ति

आइए जानते हैं कि सावन के महीने में शिवजी की कैसी मूर्ति और तस्वीर घर में लानी चाहिए.

 

शिव और पार्वती

5/10
शिव और पार्वती

सावन का महीना बहुत पवित्र माना जाता है.  वास्तु और धर्म शास्त्रों के मुताबिक शिव और पार्वती की मूर्ति घर में लगाने से सुख-समृद्धि आती है. 

 

6/10

शिव और पार्वती की मूर्ति लगाने से शादीशुदा जीवन सुखमय बीतता है. सावन के महीने में दोनों की मूर्ति और तस्वीर लगाएं.  दोनों आपको आशीर्वाद देंगे.

 

शिव जी की सवारी नंदी

7/10
शिव जी की सवारी नंदी

शिव जी की सवारी नंदी बैल माना जाता है. मान्यताओं के अनुसार नंदी पर बैठे हुए शिव जी शुभ माने जाते हैं. आप ऐसी मूर्तियों को ला सकते हैं.

 

ध्यान मुद्रा में बैठे शिव

8/10
ध्यान मुद्रा में बैठे शिव

ध्यान मुद्रा में बैठे हुए शिव की मूर्ति शुभ मानी जाती है.इस सावन आप ध्यानमग्न मुद्रा में बैठे हुए महादेव की मूर्ति ला सकते हैं.

 

मुस्कान वाली मूर्ति

9/10
 मुस्कान वाली मूर्ति

आप घर में ऐसी मूर्ति लाएं जो मुस्कान प्रदान कर रही हो. वो मूर्ति जिसमें शंकर जी प्रसन्न नजर आ  रहे हैं. आपके घऱ में कृपा बनी रहेगी.

 

Disclaimer

10/10
Disclaimer

यहां दी गई सभी जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं. Zeeupuk इस बारे में किसी तरह की कोई पुष्टि नहीं करता है. इसे सामान्य जनरुचि को ध्यान में रखकर यहां प्रस्तुत किया गया है.