Somvati Amavasya 2024: दो सितंबर को भाद्रपद माह की अमावस्या पर सोमवती अमावस्या है, इस दिन घर में एक नियमित समय पर दीपक जलाने से मां लक्ष्मी घर में ही वास करती हैं.
भाद्रपद माह की सोमवती अमावस्या है को कुशा ग्रहिणी अमावस्या भी कहा जाता है. अगर इस दिन कुशा के कुछ उपाय करें तो घर में सालभर सुख-समृद्धि बनी रहती है और धन की कमी नहीं होती है.
सोमवती अमावस्या पर गेहूं के आटे की रोटी बनाएं और उस पर गुड़ का एक छोटा टुकड़ा रखें और इसे गाय को खिला दें.
इस प्रकार से अगर गाय की सेवा करें तो नवग्रहों के दोष दूर रह रहते हैं और मां लक्ष्मी घर में ही हमेशा के लिए वास करती हैं.
भाद्रपद अमावस्या को निशिताकाल मुहूर्त यानि रात के 12 बजे लाल रंग के धागे की बाती से घी का दीपक जलाएं. इसमें थोड़ा सा केसर डाल दें. श्रीसूक्त का अब पाठ करें इससे घर में स्थाई रूप से मां लक्ष्मी वास करेंगी.
सोमवती अमावस्या पर तुलसी के पौधे में जल में चंदन और गुड़ मिलाकर अर्पित करें, शाम को तुलसी के नीचे घी का दीया जरूर जलाए और 108 बार तुलसी देवी की परिक्रमा करें. मां लक्ष्मी इससे प्रसन्न होंगी.
अमावस्या के दिन सूर्यास्त होने के बाद रात हो तो उस समय पितरों के लिए जरूर दीपक जलाएं. इससे पितर प्रसन्न होंगे और घर के दुख दर्द का नाश करें.
सोमवती अमावस्या के मौके पर चंद्रमा से जुड़ी वस्तुओं का दान करें क्यों यह तिथि सोम यानी चंद्र देव से जुड़ी है. चांदी, सफेद वस्त्र, दही के साथ ही खीर, मिश्री, अक्षत् चावल, मोती जैसी वस्तुओं का दान करें.
सुहागिनें सोमवती अमावस्या पर अगर सुबह के समय स्नान के बाद शिवलिंग पर पूरे मन से जल अर्पित करें तो लाभ होगा. घी का चौमुखी दीपक जलाएं. भोलेनाथ का स्मरण करें, इससे पति की लंबी आयु का आशीर्वाद मिलेगा.
सोमवती अमावस्या के दिन अगर कुशा के आसन पर बैठकर सच्चे मन से शिव मंत्रों का जाप करें तो मंत्र की जल्दी सिद्ध हो जाएगी. शिवजी की कृपा से रोग, दोष दूर होते रहेंगे.
यहां दी गई सभी जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं,वास्तुशास्त्र पर आधारित हैं. Zeeupuk इस बारे में किसी तरह की कोई पुष्टि नहीं करता है. इसे सामान्य जनरुचि को ध्यान में रखकर यहां प्रस्तुत किया गया है.