Shardiya Navratri 2024: शारदीय नवरात्रि में पूरे नौ दिनों तक मां दुर्गा के अलग अलग 9 शक्ति स्वरूपों की पूजा की जाती है. साल में चार बार पौष, चैत्र, आषाढ़ और अश्विन महीने में नवरात्रि आते हैं. इस बार शारदीय नवरात्रि 3 अक्टूबर से शुरू हो रहे हैं जो कि 11 अक्टूबर तक चलेंगे. नवरात्रि के पहले दिन घटस्थापना होती है और अखंड ज्योति जलाई जाती है. आइए जानते हैं इस लेख में अखंड ज्योति जलाने के नियम के बारे में...


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

Navratri Colours 2024: नवरात्रि में हर दिन पहनें मां के पसंदीदा रंग, पूरे परिवार पर बरसेगा भगवती का प्यार


नवरात्रि के पहले दिन घटस्थापना
नवरात्रि के पहले दिन घटस्थापना या कलश स्थापना की जाती है. पहले दिन ही पूजा के ​कलश के पास मिट्टी में जौ (Navratri Jau) बोए जाते हैं. नवरात्रि समापन के बाद इनको प्रवाहित किया जाता है. ऐसा कहा जाता है कि जौं  की फसल आपके परिवार की सुख,समृद्धि आती है. 


अखंड ज्योति 
शारदीय नवरात्रि में पहले दिन घटस्थापना के साथ-साथ अखंड ज्योति भी जलाई जाती हैं. अखंड ज्योति का मतलब है जो खंडित न हो या फिर बिना रुके जले. क्या आप नवरात्रि के दौरान घर में अखंड ज्योति जलाने के कुछ नियमों के बारे में जानते हैं. अगर आप इन नियमों का पालन करेंगे तो इसका फल मिलता है. जानते हैं इन नियमों के बारे में.


Festival Calendar 2025: होली-नवरात्रि से रक्षाबंधन-दिवाली तक, 2025 में किस दिन होगा कौन सा त्योहार, रविवार को कई फेस्टिवल से छुट्टियां खराब


अखंड ज्योति जलाने के नियम


जलाएं शुद्ध घी का दीपक
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार अखंड ज्योति अखंड आस्था का प्रतीक माना जाता है. ऐसे में मां के सामने शुद्ध घी का एक छोटा और एक बड़ा दीपक जलाना चाहिए. ये अनवरत नौ दिन तक जलना चाहिए.


सात्विक धर्म का पालन
नवरात्रि के इन पावन दिनों में बहुत से लोग घर में मां दु्र्गा के सामने नौ दिन तक अखंड ज्योति जलाते हैं. जो लोग अखंड जोत जलाते हैं उनको सात्विक धर्म का पालन करना चाहिए. इतना ही नहीं घर में अखंड ज्योति जलने तक घर के सभी सदस्यों को सात्विक धर्म का पालन करना चाहिए. 


मांस-मदिरा का सेवन
नवरात्रि के दौरान बिलुकल भी मांस, शराब आदि किसी चीजों का सेवन नहीं करें. घर में सात्विक भोजन बनाना और खाना चाहिए.


अखंड ज्योति के सामने करें मंत्र का जाप
धर्म शास्त्रों में कहा गया है कि दीपक के सामने किए मंत्र जाप का फल कई हजार गुना ज्यादा मिलता है. इस दौरान घी का दीपक देवी जी के दाहिनी ओर और तेल वाला दीपक देवी के बाई ओर रखा जाता है. 


 यहां न रखें अखंड ज्योति
अखंड जोत बाथरूम या शौचालय के आसपास  नहीं रखें. ये जगह पूजा के लिए अशुभ मानी जाती है.


अंखड ज्योति को न छोड़े अकेला
ऐसा कहा जाता है कि जिस घर में अखंड जोत जलाते हैं वो घर को कभी बंद करके नहीं जाते. अखंड ज्योति को कभी अकेला न छोड़ें. घर में कोई न कोई सदस्य जरूर होना चाहिए. इसके साथ अखंड जोत को ऐसी जगह पर स्थान पर रखें, जहां ज्योति का हवा कम लगे. इससे उसके बुझने का डर नहीं रहेगा.


Disclaimer: यहां मुहैया सूचना सिर्फ मान्यताओं-धार्मिक जानकारियों और इंटरनेट पर मौजूद सामग्री के आधार पर लिखी गई है.  यहां यह बताना जरूरी है कि ZEE UPUK किसी भी तरह की मान्यता, जानकारी की पुष्टि नहीं करता है.


नवरात्रि के पहले दिन होगी मां शैलपुत्री की पूजा, जानें कलश स्थापना का शुभ मुहूर्त और पूजा विधि