What fruit do we eat in autumn: 5 फल ऐसे हैं जो बदलते मौसम में शरीर लिए टॉनिक की तरह काम करते हैं. वायरल इंफेक्शन और सर्दी-जुकाम को रोकने में भी ये फल बड़े काम के होते हैं.
इम्यून सिस्टम को ठीक किया जा सके इसके लिए अक्टूबर के महीने में कुछ विशेष फलों का सेवन किया सकता हैं. आइए उन फलों के बारे में जान लेते हैं जो शरीर में बाहरी रोगाणुओं को अंदर घुसने से रोकते हैं शरीर को स्वस्थ रखते हैं.
साइट्रस फ्रूट विटामिन सी का भंडार माना गया है. विटामिन सी इम्यूनि सिस्टम के लिए अच्छे माने गए हैं. साइट्रस फ्रूट का सेवन आमतौर पर लोग सर्दी-खांसी में नहीं करते लेकिन विज्ञान के दृष्टिकोण से सर्दी-खांसी के लिए साइट्रस फ्रूट बेहतर हो सकते हैं.
साइट्रस फ्रूट के विटामिन सी सीधे इम्यूनिटी को बूस्ट करता है. व्हाइट ब्लड सेल्स को यह बढ़ाने में मददगार होता है जिससे सर्दी-जुकाम से लड़ने में मदद हो पाती है. साइट्रस फ्रूट में संतरा, नींबू, चकोतरा, कीवी, लाइम जैसे फल हैं.
दिन भर के विटामिन सी की जरूरत को एक छोटा पपीता पूरा कर सकता है और इससे इम्यूनिटी भी बूस्ट होती है. वायरल या बैक्टीरियल इंफेक्शन का खतरा कम करने में इससे मदद मिलती है. मैग्नीशियम, पपीता, पोटैशियम व फॉलेट होता है जो हेल्थ अच्छा होता है. हालांकि सेवन करने से पहले डॉक्टर से सलाह ले सकते हैं.
विटामिन सी से भरपूर कीवी में पोटैशियम, विटामिन के व फॉलेट बी पाया जाता है जो व्हाइट ब्लड सेल्स को बढ़ाने में मददगार होता है. यह इंफेक्शन से लड़ने के लिए हमेशा तैयार ही होता है.
अमरूद पूरे बाजार में दिखने लगता है जिसमें विटामिन सी भी होता है. इसमें कई तरह के एंटीऑक्सीडेंट्स होते है जो कई बीमारियों से लड़कर हमारी रक्षा करता हैं.
इंफ्लामेशन के कम होने से कई लाभ होते हैं क्योंकि इसी के कारण शरीर में कई तरह के वायरल या फंगल इंफेक्शन होते हैं. अनार के सेवन से इम्यूनिटी पहले से बूस्ट हो जाती है और बीमारियों का खतरा कम होता जाता है.
बदलते मौसम में अनार का सेवन करना लाभकारी होता है. अनार में विटामिन सी के साथ ही मिनिरल्स, एंटीऑक्सीडेंट्स और पोलीफिनॉल्स पाए जाते हैं जो शरीर की रक्षा करते हैं. ये कंपाउंड ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस के साथ ही इंफ्लामेशन कम करने में कारगर होते हैं.
Disclaimer: लेख में उल्लिखित सलाह व सुझाव केवल सामान्य सूचना के उद्देश्य से है. इन्हें पेशेवर चिकित्सा की सलाह के तौर पर न लें. कोई भी सवाल या परेशानी होने पर हमेशा अपने डॉक्टर और एक्सपर्ट से सलाह लें.