Diabetes and blood pressure: कॉफी केवल एक ऊर्जा बढ़ाने वाला पेय नहीं है बल्कि इससे स्वास्थ्य संबंधी कई और लाभ भी हैं. आइए जानें कितनी कप कॉफी पिएं और इसके सेवन से किन रोगों का खतरा कम होता है.
दरअसल, कॉफी कैफीन है और इसमें शरीर को गर्म रखने वाले कुछ एंटीऑक्सीडेंट्स पाए जाते हैं जोकि शरीर को गर्म रखते हैं और ब्लड सर्कुलेशन तेज करते हैं. इससे शरीर की गर्मी बढ़ने लगती है जिससे ठंड नहीं लगती है.
कॉफी और मधुमेह (The connection between coffee and diabetes)- कॉफी (coffee) पीने से व्यक्ति टाइप 2 मधुमेह (Type 2 diabetes) का खतरा कम हो सकता है.
इस संबंध में हुए रिसर्च बताते हैं कि कॉफी के एंटीऑक्सीडेंट और पोषक तत्व इंसुलिन के संवेदनशीलता में इजाफा करने में मदद करता है. इससे मधुमेह (Diabetes) का जर कम होता है.
उच्च रक्तचाप और कॉफी (High blood pressure and coffee)- विशेषज्ञों के मुताबिक कॉफी (coffee) पीने से हाई ब्लड प्रेशर (Blood pressure) का जोखिम कम होने के आसार होते हैं.
कॉफी में विटामिन ई, पोटेशियम और मैग्नीशियम होने से उच्च रक्तचाप (Blood pressure) को नियंत्रित करने में मदद मिलती है. ग्रीन टी का सेवन गंभीर उच्च रक्तचाप के मामलों में बेहतर ऑप्शन हो सकते हैं.
कॉफी (coffee) के सेवन से फैटी लीवर (Fatty liver) की समस्या दूर या कम होने में मदद मिलती है. नियमित कॉफी के सेवन से लीवर में वसा का जमाव कम होने लगता है और लीवर की सेहत अच्छी होती जाती है.
एक्सपर्ट्स के मुताबिक, सुबह 9:30 से लेकर 11:00 के बीच कॉफी पीने का सही समय होता है, इस समय कॉफी पीने के सबसे अधिक फायदे मिल पाएंगे. कोर्टिसोल का लेवल इस समय कम होने लगता है.
सुबह के इस टाइम पर कैफीन का असर शरीर पर कम पड़ता है. एक कप कॉफी का सेवन दोपहर में भी कर सकते है, थकान को दूर करने के लिए इसका सेवन 2-3 बजे के बीच के समय में कर पाएं तो भी इसके लाभ पा सकते है.
Disclaimer: लेख में उल्लिखित सलाह व सुझाव केवल सामान्य सूचना के उद्देश्य से है. इन्हें पेशेवर चिकित्सा की सलाह के तौर पर न लें. कोई भी सवाल या परेशानी होने पर हमेशा अपने डॉक्टर और एक्सपर्ट से सलाह लें.