Health Tips: सर्दी की गुनगुनी धूप सेंकने का अपना अलग ही आनंद है. यह धूप शरीर को गर्माहट देने के साथ-साथ कई तरह की बीमारियों से भी बचाती है. साथ ही गुनगुनी धूप विटामिन डी का भी अच्छा स्रोत है जो त्वचा और मानसिक स्वास्थ्य के लिए बेहद आवश्यक है.
सर्दियों की गुनगुनी धूप में बैठने का अलग ही आनंद है. सर्दियों में धूप शरीर को गर्माहट तो देती है इसके साथ ही यह कई तरह की बीमारियों और शरीर में कैल्शियम और विटामिन की कमी को भी दूर करती है.
हड्डियों को मजबूत रखने के लिए धूप में बैठना बेहद लाभदायक है. खासतौर पर ओस्टियोपोरोसिस जैसी बीमारियों में धूप से मिलने वाला विटामिन डी शरीर में कैल्शियम की कमी को पूरा करने में मदद करता है.
पेट पर गर्म और ठंडी सेक, मिट्टी की पट्टी, और सूर्य स्नान जैसे प्राकृतिक उपचार पाचन तंत्र को ठीक रखने में सहायक होते हैं. रोजाना सुबह की धूप में कम से कम 30 मिनट बैठना सेहत के लिए लाभदायक होता है.
पाचन तंत्र को ठीक रखने के लिए सूर्य स्नान के साथ संतुलित भोजन करना जरूरी है. खाना अच्छी तरह चबाकर खाएं और डिनर को जल्दी करें ताकि शरीर कैल्शियम को अच्छी तरह से अवशोषित कर सके.
सुबह 20 मिनट की हल्की धूप शरीर के लिए लाभदायक होती है. सर्दियों में 30-40 मिनट तक दोपहर की धूप में बैठ सकते हैं, लेकिन दोपहर की तीव्र धूप से बचना चाहिए.
ठंड में हाथ-पैर सुन्न होने पर गुनगुनी धूप से ऊर्जा मिलती है. इससे शरीर में स्फूर्ति आती है और एनर्जी लेवल बढ़ता है, जिससे शरीर में लचीलापन बना रहता है और आप पूरा दिन एनर्जेटिक महसूस करते हैं.
सुबह या शाम की धूप में कुछ देर बैठने से विटामिन डी की मात्रा बढ़ती है, जो जोड़ों और मांसपेशियों के दर्द में राहत देता है और हड्डियों को मजबूत करता है.
सुबह की हल्की धूप शरीर में रक्त संचार को बेहतर बनाती है. यह खासतौर पर डायबिटीज और दिल के मरीजों के लिए काफी फायदेमंद होती है. माना जाता है कि सुबह की धूप लेने से हृदय भी स्वस्थ रहता है.
सर्दियों में कई लोग सीजनल डिप्रेशन से प्रभावित होते हैं. ऐसे में धूप सेंकना तनाव को कम करता है और मानसिक सुकून देने के साथ ही त्वचा की समस्याओं जैसे सोरायसिस और एक्जिमा से राहत देता है.
लेख में उल्लिखित सलाह व सुझाव केवल सामान्य सूचना के उद्देश्य से है. इन्हें पेशेवर चिकित्सा की सलाह के तौर पर न लें. कोई भी सवाल या परेशानी होने पर हमेशा अपने डॉक्टर और एक्सपर्ट से सलाह लें.