पवन त्रिपाठी/नोएडा:  आम्रपाली ग्रुप (Amrapali Group) के मददगारों पर प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने शिकंजा कसना शुरू कर दिया है. नोएडा अथॉरिटी के पूर्व सीईओ मोहिंदर सिंह समेत 7 अफसर ईडी की रडार पर हैं. ईडी (ED) ने इन अफसरों को पूछताछ के लिए बुलाया है.


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कई अफसरों को ईडी ने किया तलब
2010 से 2012 के बीच नियमों को दरकिनार कर ग्रुप को मदद पहुंचाने वाले नोएडा और ग्रेटर नोएडा अथॉरिटी के अफसरों को ईडी ने पूछताछ के लिए तलब किया है. इसमें नोएडा अथॉरिटी के पूर्व सीईओ मोहिंदर सिंह भी शामिल हैं. अथॉरिटी के पूर्व चेयरमैन और मुख्य कार्यपालक अधिकारी सरदार मोहिंदर सिंह बहुजन समाज पार्टी सरकार के कार्यकाल में बेहद ताकतवर माने जाने थे.


45 हजार करोड़ रुपये का बकाया
आरोप है कि नोएडा और ग्रेटर नोएडा अथॉरिटी के अधिकारियों ने 45 हजार करोड़ रुपये का बकाया होने के बाद भी आम्रपाली ग्रुप को जमीनों का आवंटन किया था. बकाया पैसा निकलवाने के लिए कोई कोशिश भी नहीं की गई.


पूर्व सीईओ मोहिंदर समेत कई को नोटिस
अथॉरिटी के वरिष्ठ अधिकारियों ने नीचे के अधिकारियों पर ग्रुप के खिलाफ किसी तरह की कार्रवाई करने से रोक कर रखा था. अब ईडी ने अथॉरिटी के पूर्व सीईओ मोहिंदर सिंह, ओएसडी रहे मनोज राय और यशपाल त्यागी, जीएम स्तर के तीन और एजीएम स्तर के एक अधिकारी को पूछताछ के लिए नोटिस भेजा है. इन सभी से इसी हफ्ते पूछताछ की जाएगी.


इसी हफ्ते होगी पूछताछ
इनके अलावा महाप्रबंधक स्तर के तीन और सहायक महाप्रबंधक स्तर के एक अधिकारी को पूछताछ के लिए नोटिस भेजा गया. इन सब से इसी सप्ताह पूछताछ शुरू की जाएगी. ये सभी लोग आवंटन समिति के सदस्य थे. इसके अलावा उस समय नोएडा और ग्रेटर नोएडा विकास प्राधिकरण के बिल्डर डिपार्टमेंट में तैनात रहे कुछ और अधिकारियों से भी पूछताछ की जाएगी.


परिवार के नाम पर ले रखे हैं आम्रपाली में फ्लैट
जांच एजेंसी को ये भी पता लगा है कि कई अधिकारियों ने अपने परिवार के लोगों के नाम पर आम्रपाली योजना में फ्लैट ले रखे हैं. इनकी भी जांच की जा रही है. आम्रपाली ग्रुप द्वारा निवेशकों के साथ धोखाधड़ी के मामले की जांच सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में ईडी कर रहा है.


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जांच एजेंसियां कर रही हैं जांच
बता दें कि इस पूरे मामले में सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर केंद्रीय जांच एजेंसियां काम कर रही हैं. अभी तक बिल्डर, उसके डायरेक्टर और सहयोगी जेल गए हैं. पहली बार सरकारी अफसरों पर शिकंजा कसा जा रहा है.


दुकान बुक कराने के नाम पर 1.10 करोड़ रुपये से अधिक की धोखाधड़ी
इससे पहले शहर में एक और बड़े बिल्डर के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया. मामला शहर के सेक्टर बीटा-2 में स्थित ओमैक्स कनॉट पैलेस मॉल (Omex Connaught Palace Mall) से जुड़ा है. यहां दुकान बुक कराने के नाम पर एक दंपत्ति और उनके साथी से 1.10 करोड़ रुपये से अधिक की धोखाधड़ी का मामला सामने आया है. इस मामले में कंपनी के चेयरमैन समेत नौ अधिकारियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया.


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