कक्षा 3 के छात्र वेंकट रमन पटनायक ने जो उपलब्धि हासिल की है, वह अद्वितीय है. वे कहते हैं कि MTA परीक्षा पास करने के लिए और कोडिंग में कौशल विकसित करने में उन्हें 6 महीने का समय लगा. उनके माता-पिता ने बताया कि वेंकट सीखने में हर दिन लगभग 10-12 घंटे बिताते हैं
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नई दिल्ली: कुछ करने का जुनून हो तो उम्र कभी रोड़ा नहीं बनती. इस कहावत को सच कर दिखाया है तीसरी कक्षा में पढ़ने वाले एक सात साल के बच्चे ने. ओडिशा के बलांगीर जिले के रहने वाले वेंकट रमन पटनायक ने माइक्रोसॉफ्ट प्रौद्योगिकी एसोसिएट (MTA) परीक्षा पास की है. इस उपलब्धि की वजह से वेंकट को 'वंडर किड' कहा जा रहा है. उन्होंने जावा, जावास्क्रिप्ट, पायथन, एचटीएमएल, सीएसएस और डेटाबेस एडमिनिस्ट्रेशन फंडामेंटल्स में प्रोग्रामिंग का एमटीए क्लियर किया है.
आपको बता दें, प्रौद्योगिकी (Technology) में अपना करियर बनाने के इच्छुक कैंडिडेट्स के लिए MTA वैश्विक स्तर पर मान्यता प्राप्त एक सर्टिफिकेट कोर्स है.
असाधारण प्रतिभा की हो रही तारीफ
वेंकट ने मार्च 2019 में व्हाइटहैट जूनियर (WhiteHat Jr.) ज्वाइन की थी और अब तक लगभग 160 क्लास में भाग लिया है. वेंकट ने पहले ही दिन से कोडिंग में रुचि दिखाई थी और उसी में जुट गया. वेंकट के शिक्षक जितेंद्र कौर ने भी उसकी इस उपलब्धि को दुर्लभ बताया है. साथ ही यह भी कहा कि इस तरह की कहानियां हमें प्रेरणा देती हैं. इन असाधारण बच्चों की प्रतिभा और आश्चर्यचकित करती हैं.
साइकिलिंग और क्रिकेट जैसे खेंलों का है शौकीन
कक्षा 3 के छात्र वेंकट रमन पटनायक ने जो उपलब्धि हासिल की है, वह अद्वितीय है. वे कहते हैं कि MTA परीक्षा पास करने के लिए और कोडिंग में कौशल विकसित करने में उन्हें 6 महीने का समय लगा. उनके माता-पिता ने बताया कि वेंकट सीखने में हर दिन लगभग 10-12 घंटे बिताते हैं. वह अंतरिक्ष विज्ञान, रुबिक क्यूब, कैरम, क्रिकेट और साइकिलिंग के भी शौकीन हैं.
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