मेरठ: अक्सर लोगों के कहते सुना होगा कि मिट्टी से सोना उग सकता है और इस बात को  मेरठ निवासी अमित त्यागी ने सच कर दिखाया.  जिन्होंने अपनी फार्मा कंपनी की नौकरी छोड़ एक किलो केंचुआ खरीदे और वर्मी कंपोस्ट का काम शुरू किया. जिससे वह खाद तैयार कर दो करोड़ रुपये  सालाना कमाते हैं. 


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अमित ने बताया कि गढ़ रोड़ स्थित किनानगर में उनका एक फार्म है जो तीन एकड़ जमीन में बना हुआ है. यहां उन्होंने 350 वर्मी बेड लगाए हैं. जिसमें वह ऑस्ट्रेलियन ब्रीड आइसेनिया फेटिडा के केंचुओं से खाद तैयार करते हैं. खाद की छनाई व पैकिंग के बाद इसे सजग इंटरनेशनल ब्रांडनेम से बाजार में लाया जाता है. 


उन्होंने बताया कि यह खाद नर्सरी, घरेलू बागवानी, खेत, पॉली हाउस आदि में इस्तेमाल होती है. इस खाद की सप्लाई देशभर में की जाती है. इसे बनाने के लिए प्रति किलो में केवल तीन रुपये खर्च आता है और इसकी बिक्री छह से 20 रुपये प्रति किलो तक होती है. वह बताते हैं कि शुरुआत में कमाई उतनी नहीं हो पाती थी पर अब सालाना टर्न ओवर दो करोड़ रुपये तक पहुंच चुका है. 


बता दें कि अमित अब तक 14 राज्यों के छह हजार से अधिक किसानों को केंचुआ खाद बनाने की ट्रेनिंग दे चुके हैं साथ ही वह स्थानीय लोगों को रोजगार भी मुहैया करा रहे हैं. अमित का कहना है कि केंचुआ खाद गोबर खाद की तुलना में तीन गुना अधिक फायदेमंद होती है और इसे काला सोना भी कहा जाता है. 


अमित बताते हैं कि उन्होंने एमबीए किया और फिर नौकरी भी की लेकिन व्यवसाय में रूचि होने के कारण नौकरी छोड़ इस फार्मूला को समझा और व्यवसाय को अपनाया. वह इस पूरे कारोबार का श्रेय उनकी पत्नी मोनिका त्यागी को देते हैं. उनका कहना है कि कृषि में रोजगार तलाशने के लिए पत्नी मोनिका ने ही प्रेरित किया था.