Akanksha Dubey Case: क्या आकांक्षा दुबे का हाल सुशांत राजपूत जैसा हुआ, आरोपी समर के सपा कनेक्शन के बीच CBI जांच की मांग
Akanksha Dubey Suicide Case: भोजपुरी अभिनेत्री आकांक्षा दुबे कथित आत्महत्या मामले में पीड़ित पक्ष ने सीबीआई (CBI) जांच की मांग की है. इसी बीच अस मामले में सपा कनेक्शन सामने आ रहा है. आइये जानते हैं क्या है पूरा मामला
Akanksha Dubey Suicide Case: भोजपुरी अभिनेत्री आकांक्षा दुबे की संदिग्ध हालात में मौत के मामले की गुत्थी अभी सुलझी नहीं है. इसी बीच इस मामले में एक नया मोड़ आ गया है. भोजपुरी अभिनेत्री के कथित आत्महत्या मामले के सपा नेता शिवपाल यादव (Shivpal Yadav) से तार जुड़ते नजर आ रहे हैं. दरअसल, समाजवादी पार्टी के कद्दावर नेता शिवपाल यादव के साथ मामले के मुख्य आरोपी गायक समर सिंह (Shivpal Yadav and Samar singh Photo) की तस्वीर वायरल हो रही है.
बताया जा रहा है कि ये फोटो चार दिन पहले अपलोड की गई है. इसके बाद आकांक्षा दुबे की मां ने आशंका जताई है कि इस मामले में समर सिंह उर्फ समरजीत सिंह को समाजवादी पार्टी का संरक्षण प्राप्त है. सपा नेता के दबाव के चलते उन्हें इंसाफ नहीं मिल रहा है. मृतक अभिनेत्री की मां ने सीबीआई (CBI) जांच की मांग की है. उन्होंने न्याय की गुहार लगाते हुए सीएम योगी को एक पत्र भी सौंपा है.
गायक समर सिंह और उसके भाई के खिलाफ लुकआउट नोटिस जारी
वाराणसी पुलिस ने आरोपी गायक समर सिंह और उसके भाई संजय सिंह के खिलाफ लुकआउट नोटिस जारी किया है. इस बात की जानकारी सारनाथ थानाध्यक्ष धर्मपाल सिंह ने गुरुवार को दी. उन्होंने बताया कि आरोपी समर सिंह और उसके भाई संजय सिंह के खिलाफ लुकआउट नोटिस जारी किया गया है ताकि वे देश छोड़ कर न भाग सकें. उनके विदेश भागने की आशंका के मद्देनजर सभी हवाई अड्डों के प्रशासन को उनके बारे में विस्तृत विवरण भेज दिया गया है. घटना के 10 दिन बीत जाने के बाद अभी तक समर और उसका भाई पुलिस की पकड़ से बाहर है.
26 मार्च को मृत मिली थीं आकांक्षा
गौरतलब है कि भोजपुरी फिल्म अभिनेत्री आकांक्षा दुबे बीते 26 मार्च को वाराणसी के सारनाथ स्थित एक होटल के कमरे में मृत मिली थीं. उनके गले में फांसी का फंदा लगा पाया गया था. इस मामले में भोजपुरी गायक समर सिंह और संजय सिंह के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है. आकांक्षा दुबे के परिवार की तरफ से मुकदमा लड़ रहे अधिवक्ता शशांक शेखर त्रिपाठी ने पोस्टमार्टम रिपोर्ट को लेकर वाराणसी पुलिस से सवाल पूछे हैं.
अधिवक्ता ने कहा कि पुलिस ने दावा किया है कि मरने से पहले आकांक्षा ने शराब पी थी, लेकिन पोस्टमार्टम रिपोर्ट में इसका कहीं भी जिक्र नहीं है. उनके पेट में कोई भूरा केमिकल पाया गया है. उन्होंने कहा कि रिपोर्ट में आकांक्षा की कलाई पर भी चोट के निशान होने की बात कही गई है जबकि पुलिस ने शव पर ऐसी किसी भी चोट का जिक्र नहीं किया था. बता दें कि आकांक्षा भदोही जिले के चौरी थाना क्षेत्र के परसीपुर की रहने वाली थीं.
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