पूर्व मंत्री अंबिका चौधरी और मुख्तार अंसारी के भाई सपा में होंगे शामिल, सियासत गर्म, भाजपा ने किया वार
उत्तर प्रदेश में अगले साल की शुरुआत में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर समाजवादी पार्टी अपनी रणनीति को धार देने में जुट गई है. बीते शुक्रवार तक चर्चा थी कि पूर्व मंत्री अंबिका चौधरी शनिवार को सपा में शामिल हो सकते हैं...
मयूर शुक्ला/लखनऊ: पूर्व कैबिनेट मंत्री अंबिका चौधरी और मुख्तार अंसारी के बड़े भाई सिबगतुल्ला आज समाजवादी पार्टी में शामिल होंगे. इस पर यूपी के कानून मंत्री बृजेश पाठक ने कहा कि समाजवादियों की करनी और कथनी में अंतर है. कभी कहते हैं गुंडों को पार्टी में शामिल नहीं करेंगे और आज वही काम करने जा रहे हैं. हालांकि, उनका कहना है कि वह कुछ भी तैयारी कर लें, विधानसभा चुनाव में भाजपा पर इसका कोई असर पड़ने वाला नहीं है.
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बलिया और पूर्वांचल के अन्य जिलों पर पकड़
गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश में अगले साल की शुरुआत में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर समाजवादी पार्टी अपनी रणनीति को धार देने में जुट गई है. बीते शुक्रवार तक चर्चा थी कि पूर्व मंत्री अंबिका चौधरी शनिवार को सपा में शामिल हो सकते हैं. आज ऐसा होने जा रहा है. सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के निर्देश पर अंबिका चौधरी अपने पुत्र एवं जिला पंचायत अध्यक्ष आनंद चौधरी के साथ लखनऊ में जमे हैं. अंबिका चौधरी की बलिया और उसके आसपास के जिलों में अच्छी पैठ मानी जाती है. बलिया से सपा जिला अध्यक्ष राज मंगल यादव समेत अन्य 40 वरिष्ठ नेता भी लखनऊ पहुंचे हैं.
कुछ समय पहले बसपा छोड़ी
बता दें कि हाल ही में हुए जिला पंचायत अध्यक्ष चुनाव से पहले अंबिका चौधरी और आनंद चौधरी ने बहुजन समाज पार्टी से नाता तोड़ दिया थी. आनंद चौधरी जिला पंचायत सदस्य का चुनाव बसपा प्रत्याशी के रूप में जीते थे और सपा ने उन्हें जिला पंचायत अध्यक्ष के चुनाव में अपना प्रत्याशी बनाया था. उन्होंने भाजपा प्रत्याशी को हराकर जिला पंचायत अध्यक्ष की सीट पर कब्जा जमाया था. तभी से अटकलें लगाई जा रही थीं कि अंबिका चौधरी जल्द ही सपा में शामिल होंगे.
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मुलायम के बेहद करीबी हैं अंबिका चौधरी
अंबिका चौधरी साल 2017 के यूपी विधानसभा चुनाव से ठीक पहले सपा छोड़कर बसपा में शामिल हुए थे. अब एक बार फिर वह सपा में वापसी करने जा रहे हैं. कुछ महीने पहले बसपा से इस्तीफा देते हुए उन्होंने मायावती को लिखा था कि 2019 लोकसभा चुनाव में उन्हें छोटा या बड़ा कोई दायित्व नहीं सौंपा गया. इसके कारण वह पार्टी में खुद को उपेक्षित और अनुपयोगी महसूस कर रहे थे. अंबिका चौधरी सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव के बेहद करीबी माने जाते हैं. सपा सरकार में वह मंत्री भी थे.
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