BJP का मिशन UP 2022: सरकार के विकास कार्यों के अलावा राम मंदिर निर्माण भी होगा मुद्दा
Advertisement
trendingNow0/india/up-uttarakhand/uputtarakhand914401

BJP का मिशन UP 2022: सरकार के विकास कार्यों के अलावा राम मंदिर निर्माण भी होगा मुद्दा

विपक्ष के वार को कुंद करने के लिए पार्टी की योजना बड़े स्‍तर पर सोशल कैंपेन चलाने की है. इसके तहत कोरोना महामारी थमने के बाद पार्टी कार्यकताओं को पूरे प्रदेश में जनता से जुड़ने का अभियान चलाने के लिए कहा जाएगा. 

सांकेतिक तस्वीर.

लखनऊ: उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव की उल्टी गिनती शुरू हो चुकी है. चुनाव में 8 महीने का समय बाकी है. सत्ताधारी भाजपा समेत सभी राजनीतिक पार्टियों ने तैयारी शुरू कर दी है. अपने विपक्षियों के मुकाबले भाजपा इस चुनाव को लेकर ज्यादा सतर्क है, क्योंकि उसे सत्ता में वापसी करनी है और 2024 लोकसभा चुनाव के लिए यूपी को अपना अभेद्य किला बनाए रखना है. 

योगी सरकार अपने विकास कार्यों को जनता के बीच लेकर जाएगी
एक तरफ पार्टी जहां योगी आदित्‍यनाथ सरकार अपने विकास कार्यों को जनता के बीच पेश करने की तैयारी कर रही है, वहीं भाजपा नेतृत्‍व इमोशनल कार्ड खेलने के मूड में भी नजर आ रहा है. भाजपा की योजना इसके जरिये पार्टी के विशाल सांगठनिक ढांचे को चुनावों के लिए पूरी तरह तैयार करना है. पार्टी सूत्रों का भी कहना है कि भारतीय जनता पार्टी राम मंदिर को केंद्र में रखकर यूपी चुनाव प्रचार का खाका खींचेगी. 

उत्तर प्रदेश की जनता के लिए राम मंदिर भावनाओं से जुड़ा प्रश्न है
यानी ममता बनर्जी ने जिस तरह गाली अस्मिता के मुद्दे को उठाकर वहां बाजी पलटी, भाजपा भी इससे सीख लेते हुए राम मंदिर को अपने चुनाव प्रचार के केंद्र में रखेगी.
कई हिंदी अखबारों ने भारतीय जनता पार्टी के एक पूर्व यूपी अध्यक्ष के हवाले से रिपोर्ट प्रकाशित की है, जिसमें वह कहते हैं, 'पार्टी की मंशा है कि राम मंदिर को ही केंद्र में रखा जाए. क्योंकि केंद्र की भाजपा सरकार का यह सबसे बड़ा अचीवमेंट है. खासतौर से उत्तर प्रदेश की जनता के लिए राम मंदिर भावनाओं से जुड़ा प्रश्न है.''

भाजपा राम मंदिर को अपनी उपलब्धि के तौर पर पेश करना चाहेगी
भाजपा सूत्रों की मानें तो उत्तर प्रदेश के चुनाव अभियान को पार्टी दो चरणों में विभाजित करेगी. पहले चरण में फोकस कोरोना महामारी को लेकर योगी सरकार की तत्परता और जनहितकारी फैसलों के अलावा, पार्टी की तरफ से चलाए जाने वाले लोक कल्याणकारी कार्यक्रमों पर होगा. चुनाव नजदीक आने पर जनता का ध्यान उन मुद्दों की तरफ ले जाया जाएगा जो केंद्र में भाजपा के चुनावी घोषणा पत्र में शामिल थे. उनमें राम मंदिर एक महत्वपूर्ण मुद्दा था. भाजपा राम मंदिर को अपनी सरकार उपलब्धि के तौर पर पेश करेगी. 

कार्यकर्ताओं से कनेक्ट, बड़े स्‍तर पर सोशल कैंपेन चलाने की योजना
विपक्ष के वार को कुंद करने के लिए पार्टी की योजना बड़े स्‍तर पर सोशल कैंपेन चलाने की है. इसके तहत कोरोना महामारी थमने के बाद पार्टी कार्यकताओं को पूरे प्रदेश में जनता से जुड़ने का अभियान चलाने के लिए कहा जाएगा. सूत्रों का कहना है कि हाल ही में यूपी दौरे पर आए बीजेपी के राष्‍ट्रीय महासचिव (संगठन) बीएल संतोष और पार्टी उपाध्‍यक्ष राधा मोहन सिंह के सामने कार्यकर्ताओं की नाराजगी का मुद्दा उठा. उसके बाद केंद्रीय नेतृत्‍व की तरफ से कार्यकर्ताओं से संवाद स्थापित कर उनकी नाराजगी दूर करने का प्रयास शुरू किया जा रहा है.

WATCH LIVE TV

Trending news