Shriram Group founder R Thyagarajan: कर्ण से लेकर राजा हरिश्चंद्र तक, दानवीरों की हमने खूब कहानियां सुनी हैं कि कैसे वह अपना सब कुछ त्यागने में जरा भी नहीं हिचके. आज के समय में इस तरह का सोचना बेमानी सा लगता है, लेकिन आज भी हमारे बीच ऐसे लोग मौजूद हैं जो इसकी मिसाल पेश कर रहे हैं. आर त्यागराजन इन्हीं में से एक हैं. जिन्होंने एक छोटा सा घर और कार छोड़कर करीब 6210 करोड़ रुपये की संपत्ति दान कर दी. इसे उन्होंने कर्मचारियों के समूह के नाम किया है और अपना सारा पैसा श्रीराम ओनिरशिप ट्रस्ट को ट्रांसफर कर दिया. 


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कौन हैं आर त्यागराजन 
आर त्यागराजन पेशे से बिजनेसमैन हैं, उन्होंने साल 1974 में श्रीराम ग्रुप की स्थापना की थी. उनका जन्म तमिलनाडु के एक किसान परिवार में हुआ. गणित में ग्रेजुएशन के बाद उन्होंने भारतीय सांख्यिकी संगठन कोलकाता से मास्टर की डिग्री ली. इसके बाद वह साल 1961 में दि न्यू इंडिया इंश्योरेंस कंपनी से जुड़े. यहां करीब दो दशक तक काम करने के बाद उन्होंने बिजनेस स्टार्ट किया. मेहनत के साथ वह बुलंदी पर पहुंचते गए. आज उनके ग्रुप में 30 कंपनियां हैं. खास बात यह है कि इतने बड़े बिजनेसमैन होने के बाद भी वह मोबाइल नहीं रखते हैं. उनका मानना है कि इससे ध्यान भटकता है.


श्रीराम ग्रुप को उन्होंने एवीएस राजा और टी जयारमन के साथ मिलकर शुरू किया. चिट फंड बिजनेस से शुरू हुआ यह ग्रुप आज लोन और इंश्योरेंस के क्षेत्र में काम कर रहा है. वह वाहनों के लिए गरीब तबके को लोन देने में आगे हैं. उन्होंने एक साक्षात्कार के दौरान कहा कि वह उन लोगों की परेशानियों को खत्म करना चाहता हैं जो समस्याओं में उलझे हैं. उनका मानना है कि गरीबों को लोन देना समाजवाद का रूप है. हम लोगों को सस्ती दरों पर लोन दे रहे हैं. श्रीराम ग्रुप में करीब 1 लाख लोग काम कर रहे हैं.