Kartik Purnima 2022: कार्तिक पूर्णिमा के दिन भूलकर भी न करें ये काम, वरना देखना पड़ेगा श्रीहरि का प्रकोप
Kartik Purnima 2022: कार्तिक पूर्णिमा 8 नवंबर यानी कल मनायी जाएगी. ऐसे में जानिए इस दिन कौन-कौन सी गलतियां नहीं करनी चाहिए.
Kartik Purnima 2022: दीपावली के ठीक 15 दिन बाद कार्तिक पूर्णिमा (Kartik Purnima 2022) मनाई जाती है. इस दिन का हिंदू धर्म में एक खास महत्व है. इस बार कार्तिक पूर्णिमा 8 नवंबर यानी कल है. कार्तिक मास की पूर्णिमा को कार्तिक पूर्णिमा, त्रिपुरी पूर्णिमा या गंगा स्नान के नाम से भी जाना जाता है. शास्त्रों में कार्तिक पूर्णिमा के दिन गंगा स्नान करने का खास महत्व बताया गया है. ऐसा कहा जाता है इस दिन भगवान भोलेनाथ ने त्रिपुरासुर राक्षस का अंत किया था. इसी खुशी में देवताओं ने दीप जलाकर खुशियां मनाई थी.
कार्तिक पूर्णिमा सभी पूर्णिमा में श्रेष्ठ मानी गई हैं. इस दिन दीपदान भी करना चाहिए. विष्णु पुराण के अनुसार, कार्तिक पूर्णिमा के दिन ही भगवान विष्णु (Lord Vishnu) ने मत्स्यावतार लिया था. माना जाता है कि इस दिन गंगा स्नान करने से पूरे वर्ष गंगा स्नान करने का फल मिलता है. इस दिन गंगा सहित पवित्र नदियों एवं तीर्थों में स्नान करने से विशेष पुण्य की प्राप्ति होती है और पापों का नाश होता हैं.
कार्तिक पूर्णिमा पर न करें ये गलतियां
1. कार्तिक पूर्णिमा के इस दिन किसी से बहस न करें. किसी के साथ अभद्र व्यवहार और अपशब्द कहने की गलती न करें.
2. इस दिन तामसी चीजों का सेवन ना करें. नॉनवेज और शराब का सेवन करना जीवन में संकटों का बुलावा देता है.
3. यह खास दिन दान और पुण्य का है. ऐसे में इस दिन किसी असहाय या गरीब व्यक्ति का अपमान करना पुण्यों को नष्ट करने के लिए काफी है.
4. इस दिन नाखून और बाल काटने से भी बचना चाहिए, अगर आप ऐसा करते हैं जीवन में परेशानियों को बुलावा देते हैं.
5. कार्तिक पूर्णिमा के दिन तुलसी पूजा का भी खास महत्व होता है. इसलिए इस दिन तुलसी के पत्ते नहीं तोड़ने चाहिए और न ही तुलसी के पौधे को जड़ से उखाड़ना चाहिए.
6. घर के मुख्य द्वार को खाली न छोड़े. मुख्य द्वार पर रंगोली बनाएं और आम के पत्ते का तोरण बांधे. इसके साथ ही दीप जलाएं. ऐसा करना शुभ माना जाता है.
7. कार्तिक पूर्णिमा के दिन शारीरीक संबंध न बनाएं.
8. घर के किसी स्थान पर अंधेरा न रखें. ऐसा करने से मां लक्ष्मी नाराज हो सकती हैं.
Disclaimer: यहां दी गई सभी जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं. Zeeupuk इस बारे में किसी तरह की कोई पुष्टि नहीं करता है. इसे सामान्य जनरुचि को ध्यान में रखकर यहां प्रस्तुत किया गया है.