नई दिल्ली: भारत सरकार द्वारा PM Kisan Samman Nidhi की 8वीं किस्त का पैसा 1 अप्रैल से जारी कर दिया गया है. इसके तहत कई किसानों को 2000 रुपये दिए जा चुके हैं, तो वहीं कुछ अपने खाते में पैसे आने का इंतजार कर रहे हैं. बता दें, साल 2019-20 के बजट के दौरान मोदी सरकार ने घोषणा की थी कि किसानों की मदद के लिए सम्मान निधि योजना की शुरुआत की जा रही है. इस योजना के जरिए किसानों के अकाउंट में हर साल 6000 रुपये आते हैं. वहीं, अब तक 8 किस्तों में किसानों को 16000 हजार रुपये दिए जा चुके हैं. 


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लेकिन इस बार ऐसा भी हो सकता है कि कुछ किसानों के खाते तक पैसे न पहुंचे. क्योंकि यह बात सामने आई है कि कई लोग गलत तरीके से इस योजना का फायदा उठा रहे हैं. इसे देखते हुए सरकार योग्य किसानों के लिए कुछ शर्तें लेकर आई, जिन्हें पूरा करने के बाद ही खाते में पैसे भेजे जाते हैं. इन्हीं में से एक शर्त ये है कि केवल उन्हीं किसानों को पैसे दिए जाएंगे, जिनका नाम खेत के कागजात में रजिस्टर्ड होगा.


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गौरतलब है कि इस बार से पहले सरकार उन किसानों को भी पैसे देती थी, जिनके पास पुश्तैनी खेत थे. लेकिन अब ऐसा नहीं होगा. अब अगर खेत में काम करने वाले के पिता या दादा के नाम पर जमीन है, तो भी किसानों को इस योजना का लाभ नहीं मिल सकेगा. इसके साथ ही सरकार फर्जी किसानों के अकाउंट से पैसे वापस लेने की वसूली शुरू की जा रही है.


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फर्जी किसान उठा रहे थे लाभ
2019 में योजना शुरू होने के बाद जांच की गई तो सामने आया कि इस योजना का लाभ वह लोग भी उठा रहे हैं, जो इस स्कीम के पात्र ही नहीं हैं. इसी वजह से 2 साल में सरकार ने खाते में पैसे पाने के लिए नियमों में बदलाव किए हैं.


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