Mahatma Gandhi Jyanti 2024: महात्मा गांधी यानी हमारे राष्ट्रपिता, जिनकी हर साल 2 अक्टूबर को जयंती मनाई जाती है, अपने आदर्शों के लिए पूरे विश्व में जाने जाते हैं। गांधी ने अहिंसा का रास्ते पर चलते हुए स्वतंत्रता संग्राम में जान फूंक दी थी. क्या आप जानते हैं कि वर्तमान में गांधी जी के बेटे कौन थे और वे क्या करते थे.
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Gandhi Jayanti 2024: आज राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 155वीं जयंती है. गांधी जी की जन्म शताब्दी पर देश और दुनिया भर में धूमधाम से मनाई जा रही है. इस दौरान गांधी जी के जीवन से लेकर उनके सामाजिक, सांस्कृतिक और राजनीतिक जीवन के हर छोटे-बड़े हिस्से को याद किया जा रहा है. जितना गांधी जी ने राष्ट्र के आंदोलन में सक्रिय सहयोग दिया वैसी ही सहभागिता उनकी जीवनसंगिनी बा कस्तूरबा ने भी दी. महात्मा गांधी का जन्म 2 अक्टूबर 1859 को गुजरात में अरेबियन सागर के किनारे बसे शहर पोरबंदर में हुआ था. महात्मा गांधी के पिता का नाम करमचंद और माता का नाम पुतलीबाई थाआज जानते हैं कि महात्मा गांधी के परिवार के बारे में.
गांधी जी के चार बेटे
महात्मा गांधी के चार बेटे हरिलाल, मणिलाल, रामदास, देवदास थे. गांधी जी के सभी बेटों ने भी राष्ट्र की आजादी के लिए योगदान दिया. बापू के चारों बेटों का जन्म दक्षिण अफ्रीका में ही हुआ था. आइए जानते हैं गांधी जी के चारों पुत्रों के बारे में.
हरिलाल गांधी
मोहनदास करमचंद गांधी जी के सबसे बड़े बेटे का नाम हरिलाल गांधी था. हरिलाल एक सामाजिक कार्यकर्ता थे. उन्होंने संघर्ष और प्रतिरोध के लिए अपना जीवन बिताया. गांधी जी के ज्येष्ठ पुत्र हरिलाल गांधी का जीवन बापू के जीवन के प्रति विपरित और विवादित रहा था. जीवन के कई फैसलों से उन्होंने बापू को तकलीफ भी पहुंचाई.हरिलाल अपने जीवन को अपनी तरह से व्यतीत करना चाहते थे. गांधी जी के पत्र के अनुसार हरिलाल विदेश जाकर वकालत की पढ़ाई करना चाहते थे और पिता की तरह की बड़ा बैरिस्टर बनने की चाहत रखते थे. 1948 में पिता की मृत्यु से एक महीना पहले ही पुत्र हरिलाल का देहांत हो गया.
मणिलाल गांधी
महात्मा गांधी के दूसरे नंबर के बेटे थे मणिलाल गांधी. मणिलाल एक शिक्षाविद और विद्वान थे. वे गांधी जी के विचारों के समर्थन में काम करते थे. मणिलाल एक अत्यंत ही आज्ञाकारी पु्त्र थे.इन्होंने अपने पिता की विरासत को भली प्रकार से संभाला था. मणिलाल का जन्म 28 अक्टूबर 1892 को हुआ था. मणिलाल ने भारतीय और दक्षिण अफ्रीकी लोगों के लिए सरकार की दमनकारी नीति के खिलाफ आवाज उठाई और कई बार जेल भी गए. उन्होंने अपने जीवन के बहुत से साल दक्षिण अफ्रीका में बिताए थे.
रामदास गांधी
मोहनदास करमचंद गांधी जी के तीसरे बेटे का नाम रामदास गांधी था. रामदास गांधी का जन्म 2 जनवरी 1897 को हुआ था. पिता के मार्ग पर चलते हुए इन्होंने भी अंग्रेजों के विरुद्ध बहुत से आंदोलनों में हिस्सा लिया.पिता के साथ स्वतंत्रता आंदोलन में हिस्सा लेन के बाद भी इनका अस्तित्व गांधी जी से अलग नहीं हो सका. इनके परिवार में इनकी पत्नी निर्मला और तीन बच्चे थे. रामदास एक समाज सुधारक थे. वे खादी उद्योग और ग्राम स्वराज्य के लिए काम करते थे. रामदास गांधी को गांधी जी ने अपना सबसे प्रिय बेटा माना था. उन्होंने ही गांधी जी के निधन पर उन्हें मुखाग्नि दी थी.
देवदास गांधी
महात्मा गांधी के चारों बेटों में सबसे छोटे थे देवदास गांधी. देवदास का जन्म 22 मई 1900 को हुआ था. वे एक अच्छे पत्रकार थे और उन्होंने स्वतंत्रता आंदोलन में कई बार जेल की यात्रा की थी. देवदास का विवाह सी. राजगोपालाचारी की पुत्री लक्ष्मी से हुआ था. इनके चार बच्चे राजमोहन गांधी, गोपालकृष्ण गांधी, रामचंद्र गांधी और पुत्री तारा गांधी थीं.
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क्या आपने कभी महात्मा गांधी के 5वें बेटे के बारे में सुना है? दरअसल गांधीजी ने जमनालाल बजाज (Jamnalal Bajaj) को गोद लिया था, जो कि बजाज ग्रुप के फाउंडर हैं.
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