सोशल मीडिया एक ऐसा प्लेटफार्म है जहां पर सभी लोग अपनी राय बेबाकी से रखते हैं. खासकर ट्वीटर एक ऐसा जरिए बन गया है जहां पर लोग अपनी राय रखने के साथ तर्क-वितर्क भी करते हैं. ट्विटर पर बुद्दिजीवी वर्ग अक्सर किसी न किसी मुद्दे को लेकर आते हैं और फिर इस पर शुरू हो जाती है बहस. ओपन प्लेटफार्म होने के कारण सब अपनी राय भी देते हैं और विरोध भी जताते हैं. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

उठी डोभाल को भारत रत्न देने की मांग
इसी क्रम में एक नया मुद्दा ट्वीटर पर ट्रेंड हो रहा है भारत रत्न को लेकर, इस बात को सोशल मीडिया पर उठाने वाले का नाम है मशहूर मोटिवेशनल स्पीकर विवेक बिंद्रा. इन्होंने एनएसए अजीत डोभाल को भारत रत्न देने की मांग की है. डोभाल को भारत रत्न देने की मांग जैसे ही ट्वीटर पर आई और इस बात को लेकर बहस छिड़ गई.


भारत रत्न देने की वकालत 
गुरुवार शाम 6 बजे बिंद्रा ने डोभाल को भारत रत्न देने की वकालत करते हुए आधे घंटे का एक विडियो लिंक शेयर करते हुए ट्वीट किया. इसके समर्थन में 2,700 से ज्यादा लोग आए और लगभग इतने लाइक भी मिले. यू ट्यूब पर 6.5 लाख लोगों ने इस विडियो को देखा है. विवेक बिंद्रा ने ट्विटर पर लिखा भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल को हम भारत रत्न दिए जाने की मांग करते हैं. जुड़िए हमारी इस मुहिम से और इस ट्वीट को ज्यादा से ज्यादा रिट्वीट करिए.



विवेक का कहना है कि जिस तरह से कोरोना से बचने के लिए इम्युनिटी का होना जरूरी है उसी तरह से इंटरनल सिक्यूरिटी हेतू अजीत डोभाल का होना बहुत जरूरी है. उन्होंने डोभाल की तारीफ करते हुए आगे कहा कि कंधार, उरी से लेकर ढेर सारे सफल अभियानों और 2 दिन के अन्दर अभिनंदन की घर वापसी कराकर अजीत डोभाल ने देश का मान बढ़ाया है. इन सारी वजहों से इन्हें भारत रत्न दिया जाना चाहिए. अभी तक अजीत डोभाल की कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है.



रतन टाटा के लिए भी छेड़ी थी मुहिम 


गौरतलब है कि इससे पहले विवेक बिंद्रा ने रतन टाटा को भी इसी तरीके से भारत रत्न देने की मांग उठाई थी और यह देखते ही देखते वायरल हो गया था. पर रतन टाटा ने इसकी सराहना करते हुए विनम्र अपील की थी कि ऐसे अभियान बंद हों. 


उत्तराखंड को 30 अप्रैल तक मिल जाएंगे 13500 रेमडेसिवीर इंजेक्शन, कालाबाजारी पर सख्त सरकार


कौन हैं विवेक बिंद्रा?
अंतरराष्ट्रीय स्तर के लोकप्रिय मोटिवेशनल स्पीकर हैं विवेक बिंद्रा. यूट्यूब पर लगभग 16 मिलियन सब्सक्राइबर के साथ डॉक्टर विवेक बिंद्रा भारत के साथ-साथ अंतरराष्ट्रीय स्तर के लोकप्रिय मोटेशनल स्पीकर्स में से हैं. इसके साथ ही वे एक व्यावसायिक कोच और एक उद्यमी भी हैं. उन्होंने कम से कम 10 मोटिवेशनल किताबें लिखी हैं. साथ ही वे लीडरशिप डेवलपमेंट कंटेंट बनाने के लिए प्रसिद्ध हैं. उन्होंने दुनिया भर के कई लोगों को मोटिवेट कर उनकी मदद की है.


अजीत डोभाल का परिचय
उत्तराखंड के पौड़ी गढ़वाल में 20 जनवरी, 1945 को अजीत डोभाल का जन्म हुआ था. इनके पिता इंडियन आर्मी में थे. अजमेर मिलिट्री स्कूल से पढ़ाई करने के बाद उन्होंने आगरा यूनिवर्सिटी से इकोनॉमिक्स में पोस्ट-ग्रेजुएशन किया है. 


साल 2019 में एनएसए पद से रिटायरमेंट के बाद अजीत डोभाल को दोबारा पांच साल की नियुक्ति दे दी गई. भारतीय सुरक्षा क्षेत्र में उनके उल्लेखनीय काम को देखते हुए उन्हें कैबिनेट मंत्री का दर्जा भी मिला है. इससे पहले उन्हें राज्यमंत्री का दर्जा मिला हुआ था.


राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल को इंडिया का जेम्‍स बांड भी कहा जाता है. इसके पीछे इस आईपीएस अफसर के मास्‍टर माइंड को वजह माना जाता है. बता दें कि वो ऐसे भारतीय हैं, जो खुलेआम पाकिस्तान को चेतावनी देने से गुरेज नहीं करते. वो पाकिस्तान के लाहौर में भारतीय दूतावास में 6 साल तक तैनात रहे. कहा जाता है कि वो भारत की सुरक्षा के लिहाज से सूचनाएं जुटाने के लिए लाहौर में मुसलमान बनकर भी घूमे. वो भारत के ऐसे नागरिक हैं,जिन्हे सैन्य सम्मान कीर्ति चक्र से सम्मानित किया गया. ये सम्मान पाने वाले वह पहले पुलिस अफसर हैं.


'आप' के हुए रिटायर्ड कर्नल अजय कोठियाल, उत्तराखंड की तस्वीर बदलने का मिशन


WATCH LIVE TV