Buddha Purnima 2023: बुद्ध पूर्णिमा दुनिया भर में बौद्ध धर्म के अनुयायियों के लिए महत्वपूर्ण त्योहार है. यह शुभ दिन बौद्ध धर्म के संस्थापक गौतम बुद्ध के जन्म, ज्ञान और मृत्यु का प्रतीक है. मान्यता है कि गौतम बुद्ध के जीवन की तीनों महत्वपूर्ण घटनाएं- उनका जन्म, ज्ञान और मोक्ष वर्ष के एक ही दिन आते हैं. यही वजह है कि बौद्ध धर्म में इस दिन का खास महत्व है. इस बार बुद्ध पूर्णिमा 5 मई (शुक्रवार) को मनाई जाएगी. गौतम बुद्ध को महानतम आध्यात्मिक गुरुओं में से एक माना गया है. उन्होंने विश्व को करुणा और सहिष्णुता के मार्ग पर चलना सिखाया. बुद्ध पूर्णिमा के मौके पर आइये जानते हैं भगवान बुद्ध के कुछ उपदेशों को....
"अपने मोक्ष के लिए खुद ही प्रयत्न करें. दूसरों पर निर्भर ना रहें."
"आपके पास जो कुछ भी है उसे बढ़ा-चढ़ा कर मत बताइए और ना ही दूसरों से ईर्ष्या कीजिए."
"बुराई से बुराई कभी खत्म नहीं होती. घृणा को तो केवल प्रेम द्वारा ही समाप्त किया जा सकता है, यह एक अटूट सत्य है."
"जीवन में तीन चीजें कभी भी छुपाकर नहीं रखा जा सकता है. वो है- सूर्य, चंद्रमा और सत्य."
"जीवन में किसी उद्देश्य या लक्ष्य तक पहुंचने से ज्यादा महत्वपूर्ण उस यात्रा को अच्छे से संपन्न करना होता है."
"सत्य के मार्ग पर चलते हुए व्यक्ति केवल दो ही गलतियां कर सकता है, पहली या तो पूरा रास्ता न तय करना, दूसरी या फिर शुरुआत ही न करना."
भविष्य के सपनों में मत खोओ और भूतकाल में मत उलझो सिर्फ वर्तमान पर ध्यान दो. जीवन में खुश रहने का यही एक सही रास्ता है.
"क्रोध में हजारों शब्दों को गलत बोलने से अच्छा, मौन वह एक शब्द है जो जीवन में शांति लाता है."